- मेरी दैनिक दिनचर्या।
- मैं पुलिस विभाग में कार्य करता हूं और मेरा जीवन बहुत कठिन है और मैं इसी के बारे में मेरे ब्लॉग में लिखता हूं, यदि आपको मेरा ब्लॉग पसंद हो और आप मेरे बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो कृपया मेरे ब्लॉग को नियमित रूप से पढ़ा करिए।
- मेरी दैनिक दिनचर्या मेरे जीवन की कठिनाई को व्यक्त करती है। इसलिए सर्वप्रथम मेरा जीवन किस प्रकार कठिन है इस बारे में प्रकाश डालना अति आवश्यक है।
- मेरी दैनिक दिनचर्या कठिन होने के काफी कारण है लेकिन उन सबका एक साथ एक ब्लॉग में शामिल करना संभव नहीं है।
- मेरी दैनिक दिनचर्याके कठिन होने के तीन कारण है जो इस प्रकार है:-
- 1. पुलिस विभाग में पुलिस अधिकारी को किसी आपात परिस्थिति में तुरंत पुलिस विभाग में विशेष रूप से कोई मेडिकल सुविधा नहीं है। उदाहरण के लिए रेलवे विभाग के पास रेल विभाग के स्वयं के बड़े बड़े अस्पताल है जहां रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों का तत्काल और मुफत इलाज होता है।
- 2. पुलिस विभाग में पुलिस अधिकारियों को बिना बचाव उपकरणों के जोखिम वाले कार्य में भी नियोजित कर दिया जाता है। उदाहरण के लिए अभी वर्तमान में कोरोना kovid 19 नामक बीमारी अपने चरम पर है और ऐसी स्थिति में भी पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी संक्रामक बीमारी अस्पताल में जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती है वहां बिना किसी बचाव के किट के पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी जाती है। आदरणीय दोस्तों इसका ताजा उदाहरण मैं स्वयं हु, मेरे को एक दिन संक्रामक बीमारी अस्पताल मैं बिना बचाव के उपकरणों के ड्यूटी पर नियोजित करवा दिया गया था और निवेदन करने के बावजूद उपकरण उपलब्ध करवाने की कहकर कोई उपकरण नहीं उपलब्ध करवाएं। इसलिए दोस्तों पुलिस को ऐसे भय रहता है कि क्या पता कब यह बीमारी हमारे लग जाए। इसलिए भी पुलिस अधिकारी मानसिक तनाव में जीते हैं और उनका जीवन बहुत कठिन है। दोस्तों उच्च स्तर के पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी संक्रामक बीमारी अस्पताल में पुलिस टीम को जांच करने भी नहीं आते हैं और कभी कभार आते हैं तो दूर से ही देख कर चले जाते हैं । आदरणीय दोस्तों आप यह सोचो पुलिस अधिकारियों का कितना दुर्भाग्य है उच्च स्तरीय अधिकारी जाने से भी डरते हैं वहां पुलिस अधिकारी बिना किसी बचाव उपकरण किट के वहां पर अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करते हैं इसलिए पुलिस का जीवन बहुत कठिन है।
- 3. आदरणीय दोस्तों पुलिस विभाग में पुलिस अधिकारियों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए सभाओं का आयोजन किया जाता है और उच्च स्तर के अधिकारी पुलिस अधिकारियों से अपनी समस्याएं बताने के लिए कहते हैं लेकिन उनका समाधान नहीं करते हैं। उदाहरण के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एडिशन डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस डिप्टी कमिश्नर पुलिस पुलिस आदि उच्च स्तर के अधिकारी पुलिस अधिकारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए मीटिंग का आयोजन करते हैं लेकिन कभी किसी प्रकार की मीटिंग में पुलिस अधिकारियों की समस्याओं का निस्तारण ना के बराबर होता है कभी कभार 100 में से पांच परसेंट हो सकती है। इसलिए पुलिस का जीवन बहुत कठिन है।
- मेरी दैनिक दिनचर्या शुरुआत इस प्रकार है कि सर्वप्रथम मैं सुबह 4:00 बजे उठकर सुबह की क्रियाओं से निवृत्त होकर 4 किलोमीटर की दौड़ करके आया और फिर 30 मिनट का विश्राम किया और इसके बाद न्यूट्रीशन लिया। और इसके बाद प्रणाम योगा और व्यायाम किया तत्पश्चात 15 मिनट का विश्राम कर तैयार होकर नाश्ता किया और खाना पैकिंग करवा कर घर से ड्यूटी हेतु पुलिस थाने के लिए रवाना हुआ।
- मैं 7:00 बजकर 30 मिनट पर पुलिस थाने पर पहुंचा और एचएम प्रशासन से मेरी ड्यूटी का पता किया तो h&m प्रशासन ने बताया की श्रीमान आप की ड्यूटी ड्यूटी पेट्रोलिंग वाहन में है और आपको सुबह 8:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक तक पूरे पुलिस थाना इलाका में लगातार गस्त करनी है और अवांछित गतिविधियों को प्रभावी ढंग से रोकना है और अवांछित और लोक डाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी है और ऐसे दुकानदार जो किसी भी वस्तु को कीमत से ज्यादा मूल्य में बेच रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी है। इस पर मैं मेरी पुलिस टीम को लेकर पुलिस थाने से पेट्रोलिंग करने के लिए निकल गया और एमपी सर्किल संक्रामक अस्पताल अल्बर्ट हॉल बीस दुकान केसवानी स्कूल चौराहा पर गया और सभी गार्डों को को चेक किया तो सभी पुलिस टीमें सतर्क और सही ड्यूटी करती हुई पाई गई रिपोर्ट श्रीमान थाना प्रभारी को दी गई और कंट्रोल रूम को की गई कार्रवाई से अवगत करवाया गया। आदरणीय दोस्तों इसके बाद मैं देखा कि एक व्यक्ति एक टैक्सी में बैठा हुआ है और टैक्सी को मुख्य मार्ग से साइड में लगा रखा है और टैक्सी में एक किताब में कुछ लिखता हुआ दिखाई दे रहा है जिस पर मैंने मेरी टीम के कॉन्स्टेबल को उक्त व्यक्ति की स्थिति का जायजा लेने भेजा तो उसने बताया कि श्रीमान यह अंको पर सट्टा लिख रहा है। इस पर मैंने टैक्सी ड्राइवर को चेक किया तो उसके पास एक नोटबुक थी जिसमें अंको पर सट्टा लगाया हुआ था ऐसे 10 का 50,20 का 100, 50 का150, 30 का 90 आदि लिखा था जिस पर मैंने उक्त व्यक्ति की तलाशी एक कॉन्स्टेबल से लिवाई तो उसके पास ₹20000 मिले और उसको पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद उससे अंको पर सट्टा लगाने और जुआ खेलने बाबत लाइसेंस और परमिशन बात पूछा गया तो नहीं होना बताया जिस पर उक्त व्यक्ति का यह कृत्य धारा 13 आरपीजीओ के अंतर्गत दंडनीय होने पर टैक्सी चालक कों मौके पर ही गिरफ्तार कर 13आरपीजीओ में एफ आई आर दर्ज की गई और मुलजिम को पुलिस जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि एक व्यक्ति एमआरपी से ज्यादा पैसे में किराना की दुकान से सामान बेच रहा है इस बारे मे मैंने जाकर सूचना की सत्यता की जांच की तो सही पाई गई। इस पर मैंने मूल्य से अधिक वसूलने वाले दुकानदार के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की और प्रशासनिक अधिकारियों को भी लिखा। इसके पश्चात मैं संक्रामक बीमारी अस्पताल में किसी के बीमार हो जाने पर 4 घंटा ड्यूटी किया और वहां से वापस आने पर एक मुलजिम जिसको न्यायालय में पेश करके आना था ,के बारे में थाना प्रभारी ने बताया कि आप एक मुलजिम को पेश करने ले जाइए। मैं मेरी पुलिस टीम को लेकर साथ में मुलजिम को लेकर पुलिस थाने से न्यायालय के लिए रवाना हो गए और न्यायालय में मुलजिम को पेश किया गया। न्यायालय ने मुलजिम को सुना व सीडी का अवलोकन किया और अपराधी को जमानत पर रिहा कर दिया। इसके बाद मैं मेरी पुलिस टीम के साथ न्यायालय से रवाना होकर पुलिस थाने पर पहुंचा और एचएम ने कहा श्रीमान चोरी और अपहरण की 5 फाइलों को कल न्यायालय में पेश करना है तो आपने कंप्लीट कर दीजिए। इसके बाद मैंने आने वाले कल को न्यायालय में पेश करने वाली फाइलों को तैयार किया। इसके बाद मेरे को संक्रामक बीमारी अस्पताल में लगे पुलिस जाब्ते मैं से पुलिस अधिकारी प्रभारी के अचानक बीमार हो जाने पर मेरे को थाना से संक्रामक बीमारी अस्पताल में जाना पड़ा और वहां पर 7:00 बजे तक ड्यूटी की उसके बाद हॉस्पिटल का गार्ड मेरे पास आया और कहा कि श्रीमान कोरोना का एक मरीज यहां से फरार हो गया इस पर मैंने मेरी पुलिस टीम के 2 सदस्य हॉस्पिटल पर छोड़कर उस कोरोना पॉजिटिव को जो और ज्यादा बीमारी को फैला सकता था, उसको ढूंढने के लिए प्रयास तेज कर दिए और हॉस्पिटल के दो तीन सदस्य जो कि इस पेशेंट को पहचान सके वे भी हमारे साथ थे। हमने इधर-उधर भी देखा लेकिन वह नहीं मिला इसके बाद मेरे दिमाग में एक विचार आया कि क्यों न अपने जो सरकार की तरफ से ₹10 में फ्री भोजन मिलता है वहां पर चेक कर ले। इस दौरान मैंने अक्षय कलेवा के समय उस कोरोना पॉजिटिव मरीज को एस एम एस हॉस्पिटल के गेट के सामने से ढूंढ निकाला और उसको संक्रामक बीमारी असपताल में कोई खाना नहीं दे रहा था इसलिए वह s.m.s. गेट के अस्पताल के सामने दुकानों पर आ गया। तत्पश्चात दोस्तों मेरे पास थाना अधिकारी का फोन आया कि आप राजसमंद में जाकर एक पत्रावली में मुलजिम से घटना का नक्शा मौका सत्यापन करवा लाओ। इस पर मैं थाने से बस वाउचर प्राप्त कर बस स्टैंड के लिए रवाना हुआ और मैं और मेरी पुलिस टीम और मुलजिम को अच्छी तरह सावधानी के साथ लेकर बस स्टैंड से राजसमंद के लिए रवाना हो गए , और रात के करीब 10:00 बजे मैं और मेरी पुलिस टीम मुलजिम को साथ लेकर मुलजिम ने जहां से चोरों की जेडएलएक्स बोलेरो चोरों को बेचना बताया था ।सत्यता बताइए और घटना की सत्यता बताएं मुलजिम के अनुसार घटनास्थल का नक्शा मौका बनाया गया और खरीदने वाले व्यक्ति का नाम पता और उसकी तलाश की इस प्रकार हमें रात के 11:00 बज गए और बाद नक्शा मौका कार्रवाई मैं और मेरी पुलिस टीम मुलजिम को साथ लेकर राजसमंद से जयपुर के लिए रवाना हुए और करीब 5:00 बजे पहुंचे और मुलजिम को पुलिस थाने पहुंचकर बंद हवालात करवाया गया और मेरे द्वारा नक्शा मौका की कार्रवाई को जनरल डायरी में अंकित करवाया गया और इस प्रकार सुबह 5:00 बजे मैं फ्री हुआ अब दोस्तों आप स्वयं सोचिए सुबह 7:30 मिनट से पुलिस की ड्यूटी शुरू हुई थी और दूसरे दिन सुबह के 5:00 बज गए इसका मतलब यह हुआ कि मैंने 21 घंटे की ड्यूटी पूरी कर दी अब आप दोस्तों इस बात को सोचिए कि जब पुलिस वाले 21 घंटे ड्यूटी करते हैं तो तनाव में नहीं रहेंगे तो क्या वह खुश रहेंगे?
- आदरणीय दोस्तों आज की ड्यूटी बहुत ज्यादा लंबी हो गई थी और यात्रा में भी सरकारी बस में बहुत परेशान हो गए थे मुलजिम के साथ होने की वजह से बेहद सतर्कता के साथ यात्रा करनी पड़ी और इस प्रकार दोस्तों अब मैं नहा धोकर ड्यूटी से फ्री हुआ और रात के सफर की नींद पूरी करने के लिए सोने का विचार बनाया।
- मेरी दैनिक दिनचर्या को देखकर दोस्तों आप को समझ आ गया होगा की पुलिस में पुलिस अधिकारी अपने कठिन जीवन के बारे में क्यों बताते हैं क्योंकि दोस्तों 21 घंटे ड्यूटी और वह भी थका देने वाले सफर के साथ। इस प्रकार पुलिस का जीवन बहुत कठिन है।
- मेरी दैनिक दिनचर्या के बारे में जानकार आपको मेरी कठिनाई का एहसास हो गया होगा। आदरणीय दोस्तों इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि पुलिस का जीवन बहुत कठिन है और इसी वजह से ज्यादातर पुलिस अधिकारी मानसिक तनाव में रहते हैं और मेरी यह राय और सुझाव है की पुलिस तनाव के जो तीन कारण मैंने ऊपर निवेदन किए हैं उनका निस्तारण कर पुलिस अधिकारियों को अच्छे काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए और उनमें जोश को दुगना किया जाए और पुलिस अधिकारियों की निजी समस्याओं को भी मध्य नजर रखते हुए उनका भी समाधान करने की योजनाएं बनानी चाहिए।
- मेरी दैनिक दिनचर्या इसी विश्वास के साथ समापन होती है की भविष्य में पुलिस में कठिनाई नाम का शब्द नहीं होगा और पुलिस का जीवन सरल होगा और प्रत्येक व्यक्ति पुलिस में काम करने का इच्छुक होगा। और पुलिस विभाग की कार्यशैली की दक्षता में बेहतरीन वर्दी होगी।
- English translation.
- My daily routine.
- I work in the police department and my life is very difficult and I write about it in my blog, if you like my blog and you want to know more about me, please read my blog regularly. .
- My daily routine.expresses the difficulty of my life. Therefore, it is very important to first throw light on how difficult my life is.
- There are many reasons for my daily routine to be difficult, but it is not possible to include them all in one blog.
- There are three reasons for the difficulty of daily routine which are as follows: -
- 1. The police officer in the police department does not have any special medical facility in the police department especially in an emergency situation. For example, the Railway Department has its own large hospitals of the Railway Department where the railway officers and employees get immediate and free treatment.
- 2. Police officers are also employed in the police department in risky work without rescue equipment. For example, at present, the disease named corona kovid 19 is at its peak and in such a situation, the duty of police officers in infectious disease hospital where corona positive patient is admitted, the duty of police officers is provided without any rescue kit. Respected friends, the latest example of this is myself, I was one day employed in the infectious disease hospital on duty without rescue equipment and despite requesting that no equipment should be provided. That is why, the police are afraid of knowing when this disease will be detected. Therefore, police officers also live under mental stress and their life is very difficult. Friends, high-level police officers and administrative officers do not even come to the infectious disease hospital to check the police team, and occasionally come and go from afar. Respected friends, think of how unfortunate police officers are, even the high level officers are afraid to go there. Police officers do duty without risking their life without risking their kit, so the life of the police is very difficult.
- 3. Respected Friends Police Department holds meetings to solve the problems of police officers and high level officers ask the police officers to explain their problems but do not solve them. For example, Director General of Police Edition, Director General of Police, Inspector General of Police, Deputy Inspector General of Police, Deputy Commissioner, Police, Police etc. High level officers organize meetings to solve the problems of police officers but sometimes in some type of meeting The solution to the problems of police officers is negligible, sometimes there can be five percent out of 100. Hence the life of the police is very difficult.
- The beginning of my daily routine is such that at first I got up at 4:00 am and retired from morning activities and ran 4 km and then took a rest for 30 minutes and then took nutrition. And after this, I did pranam yoga and exercise, after resting for 15 minutes, got ready and had breakfast and after packing the food, went home to the police station for duty.
- I reached the police station at 7:00 pm and found out my duty from HM administration, h & m administration told that Mr. Your duty duty is in the patrolling vehicle and you will get 8:00 am to 8:00 pm Till the entire police station area has to be continuously patrolled and effectively stop unwanted activities and strict action should be taken against those who are unwelcome and violate the rules of Lok Down and shopkeepers who sell any item for more than the price Action is being taken against those who are selling. On this, I took my police team out of the police station to patrol and went to MP Circle Contagious Hospital Albert Hall Beas Shop Keswani School intersection and checked all the guards, all the police teams were found to be doing alert and correct duty. The report was given to Mr. Thana in-charge and the control room was informed about the action taken. Respected friends After this, I saw a person sitting in a taxi and putting the taxi on the side of the main road, and in the taxi, I was seen writing something in a book on which I told the constable of my team that person When sent to take stock of the situation, he told that Mr. It is speculating on the points. On this, I checked the taxi driver, he had a notebook in which the numbers were betting, such as 100 of 10, 100 of 50, 150 of 150, 90 of 90, etc. on which I searched the said person from a constable. So he got ₹ 20000 and could not give satisfactory answer when asked. After this, he was asked to bet on the points and the license and permission regarding gambling, if not, on which the taxi driver was arrested on the spot, if the act of the said person is punishable under Section 13 RPGO, FIR was registered in 13 RPGOs. And Muljim was released on police bail. After this, information was received from the police control room that a person selling goods from the grocery store for more money than MRP, I went to check the veracity of the information and found it correct. On this, I took action against the shopkeeper who charged more than the price and also wrote to the administrative officials. After this, I did 4 hours duty in the infectious disease hospital when someone became ill and on coming back from there, the accused in-charge told me that you should take a criminal to present. I along with my police team left for the court from the police station regarding the accused and the accused was produced in the court. The court heard the accused and observed the CD and released the offender on bail. After this, I left the court with my police team and reached the police station and HM said, Mr. Mr, if you want to present 5 files of theft and kidnapping in the court tomorrow, then you complete it. After that I prepared the files to be presented in the court for tomorrow. After this, I suddenly had to go from the police station to the infectious disease hospital after the police officer in-charge of the police station in the infectious disease hospital suddenly became ill and there was duty till 7:00 pm after that the guard of the hospital came to me And said that a patient of Mr. Corona escaped from here, on this I left two members of my police team at the hospital and intensified efforts to find that corona positive which could spread more disease and two of the hospital Three members who could recognize this patient were also with us. We also looked here and there but could not find it. After that, a thought came in my mind that why not check the free food that is available from your government for ₹ 10. During this time I found that corona positive patient in front of the gate of SMS Hospital at the time of Akshay Kaleva and was not giving him any food in the infectious disease hospital, so he s.m.s. Arrived at the shops in front of the gate hospital. After that, friends, I got a call from the police officer that you should go to Rajsamand and get a chance map verified by the accused in a newspaper. At this, I received a bus voucher from the police station and left for the bus stand and took care of me and my police team and the accused with good care and left for Rajsamand from the bus stand, and around 10:00 pm I and My police team along with Muljim, from where Muljim had told the thieves to sell the ZLX Bolero thieves. Tell the truth and tell the truth of the incident. According to the accused, a map of the spot was created and find the name of the person who bought and thus We got up at 11:00 in the night and after the map opportunity action I and my police team along with Muljim left for Rajsamand to Jaipur and reached at around 5:00 pm and Muljim was taken to the police station and locked in a map. The action of chance was marked in the General Diary and thus I was freed at 5:00 in the morning, now friends, think to yourself, the police duty was started from 7:30 in the morning and on the second day it was 5:00 in the morning. It happened that I completed 21 hours of duty, now you friends, think about this, when the police 21 hours duty If we do not stay under stress, will he be happy?
- Respected friends, the duty of today was very long and in the journey too, they were very upset in the government bus, because of being with the accused, I had to travel with utmost vigilance and thus friends, I was washed and freed from duty. Made the idea of sleeping to sleep the night journey.
- Friends, by looking at my daily routine, you must have understood why police officers in police tell about their difficult life because friends with 21 hours of duty and that too with exhausting journey. Thus the life of the police is very difficult.
- You must have realized my difficulty knowing about my daily routine. Respected friends, this leads to the conclusion that the life of the police is very difficult and that is why most of the police officers live under mental stress and I am of the opinion and suggestion that the three reasons for the police stress I have requested above are disposed off by the police officers They should be encouraged to do good work and double the enthusiasm in them and plans should be made to solve the personal problems of police officers by keeping a close watch.
- My daily routine.concludes with the belief that in the future there will be no word of difficulty in the police and the life of the police will be simple and everyone will be willing to work in the police. And there will be excellent uniform in efficiency of working of police department.
- Dutch translation
- Mijn dagelijkse routine.
Ik werk op de politie en mijn leven is erg moeilijk en ik schrijf erover in mijn blog, als je mijn blog leuk vindt en je meer over mij wilt weten, lees dan regelmatig mijn blog. .
- Mijn dagelijkse routine drukt de moeilijkheid van mijn leven uit. Daarom is het erg belangrijk om eerst licht te werpen op hoe moeilijk mijn leven is.
- Er zijn veel redenen waarom mijn dagelijkse routine moeilijk is, maar het is niet mogelijk om ze allemaal in één blog op te nemen.
- Er zijn drie redenen voor de moeilijkheid van de dagelijkse routine, namelijk: -
- 1. De politieagent op de politie heeft geen speciale medische faciliteit op de politie, vooral in een noodsituatie. Zo heeft de Spoorwegdienst bijvoorbeeld eigen grote ziekenhuizen van de Spoorwegdienst waar de spoorofficieren en medewerkers direct en gratis behandeld worden.
- 2. Politieagenten zijn ook werkzaam bij de politie bij risicovol werk zonder reddingsuitrusting. Op dit moment is bijvoorbeeld de ziekte genaamd corona kovid 19 op zijn hoogtepunt en in een dergelijke situatie, de taak van politieagenten in het ziekenhuis voor infectieziekten waar een corona-positieve patiënt wordt opgenomen, wordt de taak van politieagenten zonder reddingspakket geleverd. Geachte vrienden, het laatste voorbeeld hiervan ben ikzelf, ik was ooit werkzaam in het ziekenhuis voor besmettelijke ziekten zonder reddingsuitrusting en ondanks het verzoek om geen uitrusting. Daarom is de politie bang om te weten wanneer deze ziekte wordt ontdekt. Daarom leven politieagenten ook onder mentale stress en hun leven is erg moeilijk. Vrienden, hoge politieagenten en administrateurs komen niet eens naar het ziekenhuis voor infectieziekten om het politieteam te controleren en komen af en toe van een afstand. Geachte vrienden, bedenk eens hoe ongelukkig politieagenten zijn. Zelfs hoge politieagenten zijn bang om daarheen te gaan. Politieagenten doen dienst zonder hun leven te riskeren zonder hun uitrusting te riskeren, dus het leven van de politie is erg moeilijk.
- 3. Respected Friends Police Department houdt bijeenkomsten om de problemen van politieagenten op te lossen en hoge officieren vragen de politieagenten om hun problemen uit te leggen, maar lossen deze niet op. Bijvoorbeeld directeur-generaal van politie-editie, directeur-generaal van politie, inspecteur-generaal van politie, adjunct-inspecteur-generaal van politie, adjunct-commissaris, politie, politie enz. Hogere functionarissen organiseren bijeenkomsten om de problemen van politieagenten op te lossen, maar soms in een soort bijeenkomst De oplossing voor de problemen van politieagenten is te verwaarlozen, soms kan er wel vijf procent op 100 zijn. Daarom is het leven van de politie erg moeilijk.
- Het begin van mijn dagelijkse routine is zodanig dat ik aanvankelijk om 04.00 uur opstond en me terugtrok van ochtendactiviteiten en 4 kilometer rende en daarna 30 minuten rustte en daarna voeding nam. En daarna deed ik pranam-yoga en -oefening, na 15 minuten rusten, maakte ik me klaar en ontbeet ik en na het inpakken van het eten ging ik naar het politiebureau voor dienst.
- Ik bereikte het politiebureau om 19:00 uur en ontdekte mijn plicht van de HM-administratie, de H & M-administratie vertelde dat Mr. Uw plicht in het patrouillerende voertuig zit en u krijgt 8:00 uur tot 20:00 uur Tot het hele politiebureau continu moet worden gepatrouilleerd en effectief ongewenste activiteiten moet worden gestopt en er moeten strikte maatregelen worden genomen tegen degenen die niet welkom zijn en de regels van Lok Down en winkeliers overtreden die een artikel voor meer dan de prijs verkopen Er wordt actie ondernomen tegen degenen die verkopen. Hierop nam ik mijn politieteam mee van het politiebureau om te patrouilleren en ging naar het kruispunt MP Circle Contagious Hospital Albert Hall Beas Shop Keswani School en controleerde alle bewakers, alle politieteams bleken alert en correct te zijn. Het rapport werd aan de verantwoordelijke heer Thana gegeven en de controlekamer werd op de hoogte gebracht van de ondernomen actie. Gerespecteerde vrienden Hierna zag ik een persoon in een taxi zitten en de taxi aan de kant van de hoofdweg en in de taxi zetten, ik zag iets in een boek schrijven waarop ik de agent van mijn team aan de persoon vertelde Toen hij werd gestuurd om de balans op te maken, vertelde hij dat Mr. It speculeert over de punten. Hierop controleerde ik de taxichauffeur, hij had een notitieboek waarin de cijfers gokten, zoals 100 van 10, 100 van 50, 150 van 150, 90 van 90, enz. Waarop ik de genoemde persoon van een agent zocht. Dus hij kreeg ₹ 20000 en kon geen bevredigend antwoord geven wanneer hem daarom werd gevraagd. Hierna, als hem werd gevraagd naar wedden op de punten en de vergunning en toestemming met betrekking tot gokken, werd hem niet verteld dat de taxichauffeur ter plaatse was gearresteerd en dat de FIR was geregistreerd in 13 RPGO's als de daad van genoemde persoon strafbaar is op grond van artikel 13 RPGO. En Muljim werd op borgtocht vrijgelaten. Hierna werd er informatie van de politiecontrolekamer ontvangen dat een persoon goederen voor meer geld dan MRP uit de supermarkt verkoopt. Ik ging de waarheidsgetrouwheid van de informatie controleren en vond dat deze juist was. Hierop ondernam ik actie tegen de winkelier die meer in rekening bracht dan de prijs en ook schreef aan de administratieve ambtenaren. Hierna deed ik een dienst van 4 uur in het ziekenhuis voor infectieziekten toen iemand ziek werd en toen ik terugkwam, moest er een politiebureau worden voorgelegd aan de rechtbank, het politiebureau zei dat je een crimineel moest nemen. Ik vertrok samen met mijn politieteam vanaf het politiebureau naar de rechtbank met betrekking tot de verdachte en de verdachte werd geproduceerd in de rechtbank. De rechtbank hoorde de verdachte en observeerde de cd en liet de dader op borgtocht vrij. Hierna verliet ik de rechtbank met mijn politieteam en bereikte het politiebureau en HM zei, meneer de heer, als u morgen 5 dossiers van diefstal en ontvoering in de rechtbank wilt presenteren, dan voltooit u het. Daarna heb ik de dossiers voorbereid die morgen voor de rechtbank moeten worden ingediend. Hierna moest ik plotseling van het politiebureau naar het ziekenhuis voor infectieziekten nadat de politiechef van het politiebureau in het ziekenhuis voor infectieziekten plotseling ziek werd en er was dienst tot 19.00 uur waarna de bewaker van het ziekenhuis naar me toe kwam En zei dat een patiënt van meneer Corona hiervandaan ontsnapte, hierbij liet ik twee leden van mijn politieteam in het ziekenhuis achter en intensiveerde ik de inspanningen om meer corona-positief te vinden die de ziekte en twee van het ziekenhuis zou kunnen verspreiden Drie leden die deze patiënt konden herkennen, waren ook bij ons. We hebben ook hier en daar gekeken, maar konden het niet vinden. Daarna kwam er een gedachte bij me op, waarom zou je niet eens het eten controleren dat bij je regering verkrijgbaar is voor ₹ 10. Gedurende deze tijd ontdekte ik dat een corona-positieve patiënt voor de poort van het SMS-ziekenhuis ten tijde van Akshay Kaleva en hem geen eten gaf in het ziekenhuis voor infectieziekten, dus s.m.s. Aangekomen bij de winkels voor het poortziekenhuis. Daarna, vrienden, kreeg ik een telefoontje van de politieagent dat je naar Rajsamand moest gaan en een kanskaart moest laten verifiëren door de verdachte in een krant. Hierop ontving ik een busvoucher van het politiebureau en vertrok naar de bushalte en zorgde goed voor mij en mijn politieteam en de verdachten en vertrok vanaf de bushalte naar Rajsamand, en rond 22.00 uur Mijn politieteam samen met Muljim, vanwaar Muljim de dieven had verteld om de ZLX Bolero-dieven te verkopen. Vertel de waarheid en vertel de waarheid van het incident. Volgens de verdachte is er een kaart van de plek gemaakt en de naam gevonden van de persoon die heeft gekocht en dus We stonden om elf uur 's nachts op en na de kaartactie vertrokken ik en mijn politieteam samen met Muljim naar Rajsamand naar Jaipur en bereikten rond 17.00 uur en Muljim werd naar het politiebureau gebracht en op een kaart opgesloten. De kansactie was gemarkeerd in het Algemeen Dagboek en dus werd ik om vijf uur 's ochtends vrijgelaten. Het gebeurde dat ik 21 uur dienst had, nu vrienden, denk hier eens over na, toen de politie 21 uur dienst had Als we niet onder stress blijven, zal hij dan gelukkig zijn?
- Gerespecteerde vrienden, de plicht van vandaag was erg lang en ook tijdens de reis waren ze erg overstuur in de regeringsbus, omdat ik met de verdachte was, moest ik met uiterste waakzaamheid reizen en dus vrienden, ik werd gewassen en vrij van plicht. Maakte het idee om tijdens de nachtreis te slapen.
- Vrienden, door naar mijn dagelijkse routine te kijken, moet je hebben begrepen waarom de politieagenten van de politie over hun moeilijke leven vertellen, omdat ze vrienden hebben met 21 uur dienst en dat ook met een vermoeiende reis. Het leven van de politie is dus erg moeilijk.
- Je moet me gerealiseerd hebben hoe moeilijk het is om mijn dagelijkse routine te kennen. Geachte vrienden, dit leidt tot de conclusie dat het leven van de politie erg moeilijk is en daarom leven de meeste politieagenten onder mentale stress en ik ben van mening en suggereer dat de drie redenen voor de politiestress die ik hierboven heb aangevraagd, door de politieagenten worden weggedaan. Ze moeten worden aangemoedigd om goed werk te leveren en het enthousiasme in hen te verdubbelen en er moeten plannen worden gemaakt om de persoonlijke problemen van politieagenten op te lossen door ze nauwlettend in de gaten te houden.
- Mijn dagelijkse routine eindigt met de overtuiging dat er in de toekomst geen moeilijkheden meer zullen zijn bij de politie en dat het leven van de politie eenvoudig zal zijn en dat iedereen bereid zal zijn om bij de politie te werken. En er zal een uitstekende uniforme efficiëntie in de werking van de politie zijn.
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