गुरुवार, 14 मई 2020

Stay at police station 14-5-20

 आदरणीय दोस्तों नमस्कार।
          जैसा कि आप सभी को विदित है मैं पुलिस विभाग में कार्यरत हूं और मेरी प्रतिदिन की कठिन दैनिक दिनचर्या के बारे में लिखता हूं और और आप सम्मानीय दोस्तों से आग्रह है कि यदि आप मेरे बारे में रुचि रखते हो तो कृपया प्रतिदिन मेरे ब्लॉग को पढ़ा करिए और मेरे को कमेंट के माध्यम से और फॉलो करके मेरे ब्लॉग लिखने की शैली की गुणवत्ता में वर्दी के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनिए।
आदरणीय दोस्तों जैसा कि मैं ब्लॉग में लिखता हूं कि मेरा प्रतिदिन का जीवन बहुत कठिन है तो आज मैं इसके बारे में आपको बताता हूं की एक पुलिस अधिकारी का जीवन क्यों कठिन है? आदरणीय दोस्तों पुलिस समय पर भोजन नहीं कर सकती समय पर घर नहीं जा सकती है परिवार को समय नहीं दे सकती है मुख्य त्योहारों पर परिवार के साथ सेलिब्रेट नहीं किया जा सकता है और जब प्रशासन के आदेशों की पालना करते हैं तो जनता के निशाने पर पुलिस आती है जबकि इसमें पुलिस का कोई दोष नहीं है क्योंकि पुलिस तो कानून की पालना करवाती है जो उसकी ड्यूटी है और दोस्तों इसके अलावा सबसे बड़ी विडंबना यह है कि पुलिस की इतनी कठिनाइयों के बावजूद भी पुलिस को कोई छुट्टी देय नहीं होती साप्ताहिक मासिक या सालाना, पुलिस अधिकारी को छुट्टी निर्धारित कोटे में से लेने पर ही मिलती है। आदरणीय दोस्तों अब आप समझ गए होंगे कि पुलिस का प्रतिदिन का जीवन इतना कठिन है इसलिए मैं प्रतिदिन की कठिन जीवन शैली पर ब्लॉग लिखता हूं ।
 आदरणीय दोस्तों आज मैं सुबह 4:00 a.m. पर जाकर 4 किलोमीटर की दौड़ पूरी करके वापस आया और 15 मिनट का आराम किया उसके बाद व्यायाम योगा प्राणायाम किया क्योंकि यह शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए  बेहद जरूरी है और उसके बाद कुछ न्यूट्रिशन लिए और फिर पुलिस थाने जाने के लिए तैयार होकर नाश्ता किया और खाना पैकिंग करवा कर पुलिस थाने के लिए रवाना हो गया और पुलिस थाने पर पहुंचा तो कल ब्लॉग मे मैंने आप सब अपने दोस्तौ को बताया था कि मैं मेरी एक पत्रावली में जो चोरी की है अनुसंधान कर रहा हूं उसमें आज अपराधियों को गिरफ्तार किए हुए हैं 24 घंटे हो रहे थे इसलिए मैंने दोनों अपराधियों को हवालात से बाहर निकाल कर दो कॉस्टेबल साथ लेकर उनका पुनः स्वास्थ्य परीक्षण करवाने हेतु अस्पताल गया और मेडिकल जूरिस्ट से स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर स्वास्थ्य परीक्षण की रिपोर्ट प्राप्त कर पुलिस थाने पर वापस आए और मुलजिम को  पुलिस थाने में हवालात के अंदर बंद करवाया वा उनको  भोजन आदि करवाया। आदरणीय दोस्तों अब मैं आपको यहां यह बताना उचित समझता हूं कि इस समय सरकार के भी सख्त आदेश है कि कोई भी व्यक्ति छोटी मोटी बीमारियों के लिए अस्पताल में नही जाए लेकिन यह बड़ी विडंबना की बात है और दुख की बात है की पुलिस को मुलजिम का स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर अस्पताल में जाना होता है और दूसरी बात मुलजिम को स्वयं के खर्चे से लाना ले जाना होता है इसलिए दोस्तों पुलिस की दैनिक दिनचर्या बहुत कठिन है क्योंकि पुलिस को समय पर भोजन आराम कुछ भी प्राप्त नहीं होता है इसके बावजूद प्रशासन सरकार जनता मैं से कोई भी पुलिस समस्याओं को हल करने में कोई रुचि नहीं लेता है यह बड़े दुख की बात है। दोस्तों इसके बाद मैंने एचएम प्रशासन से दो कॉन्स्टेबल प्राप्त किए और मुलजिम को हवालात से निकालकर पत्रावली प्राप्त कर जनरल डायरी में रवानगी अंकित करवा कर न्यायालय में पेश करने के लिए रवाना हुआ। आदरणीय दोस्तों न्यायालय में जाने से पहले अपराधियों की फोटोग्राफी करवाई गई और उसके  बाद मैं और मेरी पुलिस टीम दोनों अपराधियों को लेकर महानगर न्यायालय में पहुंचे और मुलजिम को महानगर मजिस्ट्रेट महोदय के समक्ष पेश किया। महानगर मजिस्ट्रेट महोदय ने पत्रावली का अवलोकन किया और दोनों मुलजीमानो को 15 दिन न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया और मुलजिमो का जेसी वारंट बनाकर मन अनुसंधान अधिकारी को सौंप दिया। मन अनुसंधान अधिकारी ने वारंट प्राप्त कर न्यायालय से केंद्रीय कारागृह जयपुर के लिए रवाना हुए और एक टैक्सी किराए पर लेकर मैं और मेरी पुलिस टीम और मुलजिम केंद्रीय कारागृह पहुंचे और कारागृह अधीक्षक को दोनों मुलजिमो का  जेसी वारंट दिया जिसका कारागृह अधीक्षक द्वारा  निरीक्षण कर सही पाए जाने पर दोनों मुजरिमों को बाद जांच तलाशी जेल में अंदर दाखिल करने के आदेश फरमाए जिस पर मन अनुसंधान अधिकारी ने दोनों मुलजिमों को जेल में दाखिल करवाकर प्राप्ति रसीद लेकर केंद्रीय कारागृह से पुलिस थाने के लिए रवाना हुए पुलिस थाने में आकर संपूर्ण हालात थाना प्रभारी को निवेदन किया गया ।और जनरल डायरी में अपनी वापसी करवाई।

    इसके बाद जैसे ही मैंने वापसी करवाई एचएम प्रशासन मेरे को निवेदन किया कि सर 4 घंटे के लिए आपको नाकाबंदी ड्यूटी में जाना है। इसके बाद में  नाकाबंदी ड्यूटी में पहुंचा और 9:00 बजे तक नाकाबंदी ड्यूटी की। 9:00 बजे बाद मेरे को सिटी में पुलिस फ्लैग मार्च में भेज दिया वहां से 9:45 पर वापिस आया और इस प्रकार आज की मेरी कठिन ड्यूटी का सिलसिला समाप्ति की ओर बढ़ा।
 आदरणीय दोस्तों 9:45 पर पुलिस थाने पर पहुंचकर पुलिस वर्दी बदलकर सिविल कपड़े पहने और घर के लिए रवाना हुआ तो थाना प्रभारी ने निर्देश दिया कि आप की कल सुबह जल्दी ड्यूटी है और रात में भी आपकी जरूरत हो सकती है इसलिए आप आज रात्रि विश्राम पुलिस थाने पर ही कर लीजिए। दोस्तों आप ही बताइए कि एक व्यक्ति जो 8 घंटे की ड्यूटी करके अपने घर चले जाता है और एक पुलिस अधिकारी सुबह 7:00 a.m. से रात को 9:45 पीएम तक ड्यूटी पर रहता है और उसके बाद भी वह अपने परिवार के पास नहीं जा पाता है तो क्या यह चिंता का विषय नहीं है? इसलिए दोस्तों पुलिस में तनाव और बेवजह का हरासमेंट के द्वारा पुलिस अधिकारी गुणवत्तापूर्ण अपनी ड्यूटी नहीं कर पाते और अपने व्यवहार में शालीनता रखने में असमर्थ रहते हैं आदरणीय दोस्तों इसी के साथ आज की मेरी कठिन दिनचर्या का समापन हुआ।

 आदरणीय दोस्तों शुभ रात्रि



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Police ready to action

English translate

Hello friends.

 As you all know, I work in the police department and write about my daily hard daily routine and I urge your esteemed friends that if you are interested in me, please read my blog daily.  And be my inspiration to uniform my quality of writing style by following and commenting on my blog.

 Respected friends, as I write in the blog that my daily life is very difficult, so today I tell you about why the life of a police officer is difficult?  Respected friends police cannot eat on time, cannot go home on time, cannot give time to family, cannot be celebrated with family on main festivals and when targeted by the administration, police is targeted at public there is no fault of the police in this because  The police maintains the law which is its duty and friends, the biggest irony is that despite such difficulties of police, no leave is payable to the police, weekly, monthly or annually, the police officer gets leave only from the prescribed quota.  Respected friends, you must now understand that the daily life of the police is so difficult, that is why I write a blog on the difficult lifestyle of everyday.

 Respected friends today i am 4:00 A.M.  But after completing the 4 kilometer run, came back and took 15 minutes rest, after that did the exercise yoga pranayam because it is very important to keep the body healthy and fit, and then took some nutrition and then getting ready to go to the police  station.  After having breakfast and packing the food, went to the police station and reached the police station, yesterday in the blog I told you all my friends that I am my I have been investigating the theft that has been done in a paper, in which criminals  have been arrested today for 24 hours, so I took the two constables out of lockup and took them to the hospital to get them tested again and with the Medical Jurist.  After getting the health test, after receiving the report of the health test, he came back to the police station and accused in the police station.  Locked inside or made them eat food etc.  Respected friends, now I think it is right to tell you here that the government also has strict orders that no person should go to the hospital for minor illnesses but it is a matter of great irony and sad that the police are accused to get a health  test, you have to risk your life and go to the hospital and secondly, you have to take the culprit at your own expense, so friends despite its famous daily routine is very difficult because it does not get some food while relaxing on the police administration  , the government people I have shame no one takes any interest in solving police problems.  Friends, after this I received two constables from HM administration and took out the letter from the accused and got the letter written in the general diary, and proceeded to present it in the court.  Respected friends, photography of the culprits was done before going to court and after that both I and my police team reached the Metropolitan Court with the culprits and presented the accused to the Metropolitan Magistrate.  The Metropolitan Magistrate inspected the letter and ordered both Muljimano to be sent to judicial custody for 15 days and a JC warrant for Muljimo was made and submitted to the Mind Research Officer.  The mind research officer received the warrant and left the court for the Central Jail, Jaipur and hired a taxi and me and my police team and the accused reached the Central Jail and gave the Jail warrant to the jail superintendent to be inspected by the Jail Superintendent  On leaving, both the criminals were ordered to enter the investigation in the jail after which the mind research study was done.  Kari both accused have been requested to take filing stirred receipt in prison come across the situation in the police station rushed to the central prison, police station SHO and made his return to the general diary.



 After this, as soon as I got back HM administration requested me that sir you have to go in blockade duty for 4 hours.  Subsequently, the blockade went into duty and did blockade duty till 9:00.  After 9:00 pm, I was sent to the police flag march in the city and came back from there at 9:45 am and thus the process of my hard duty ended today.

 Respected friends, after reaching the police station at 9:45, changed the police uniform, dressed in civilian clothes and left for the house, the station in-charge instructed that you have duty early tomorrow morning and you may need it even at night,  so you can rest tonight.  Do it at the police station itself.  Friends, tell me that a person who goes to his house for 8 hours duty and a police officer at 7:00 A.M.  Is it on duty from 9:45 PM till night and even after that if he is unable to go to his family, is it not a matter of concern?  Therefore, due to the stress and needless beatings in the police, police officers are unable to do their duty of quality and are unable to maintain decency in their behavior.

Respected friend good night.









Russian translate

Здравствуйте друзья.

 Как вы все знаете, я работаю в отделении полиции и пишу о своих ежедневных тяжелых ежедневных делах и призываю ваших уважаемых друзей, что, если вы заинтересованы во мне, пожалуйста, читайте мой блог ежедневно.  И будь моим вдохновителем, чтобы сформировать мое качество письма, следя и комментируя мой блог.

 Уважаемые друзья, как я пишу в блоге, что моя повседневная жизнь очень сложная, поэтому сегодня я расскажу вам, почему жизнь полицейского трудна?  Уважаемые друзья, полиция не может вовремя поесть, не может вовремя пойти домой, не может уделять время семье, не может отмечаться с семьей на главных фестивалях, и, когда администрация преследует цель, полиция ориентирована на публику, в этом нет вины полиции, потому что  Полиция соблюдает закон, который является ее обязанностью, и друзья, самая большая ирония в том, что, несмотря на такие трудности полиции, полиция не получает никаких отпусков, еженедельно, ежемесячно или ежегодно, полицейский получает отпуск только по установленной квоте.  Уважаемые друзья, теперь вы должны понимать, что повседневная жизнь полиции так сложна, поэтому я пишу блог о сложном повседневном образе жизни.

 Уважаемые друзья, сегодня я в 4 часа утра.  Но после выполнения 4-километрового пробега вернулся и сделал 15-минутный отдых, после чего выполнил упражнение йога-пранаяму, потому что очень важно сохранить тело здоровым и подтянутым, а затем немного поел, а затем готовился пойти в полицию.  станция.  Позавтракав и упаковав еду, пошел в полицейский участок и добрался до полицейского участка, вчера в блоге я сказал всем своим друзьям, что я мой, я расследовал кражу, совершенную в газете, в которой преступники  Меня арестовали сегодня на 24 часа, поэтому я вытащил двух констеблей из тюрьмы и отвез их в больницу, чтобы снова их обследовать и у медицинского юриста.  После прохождения проверки здоровья, после получения отчета о проверке здоровья он вернулся в полицейский участок и обвинил в полицейском участке.  Заперт внутри или заставил их есть пищу и т. Д.  Уважаемые друзья, теперь я считаю правильным сказать вам, что у правительства также есть строгие приказы о том, что никому не следует обращаться в больницу с незначительными заболеваниями, но это большая ирония и печаль, что полиция обвиняется в получении здоровья  тест, вы должны рискнуть своей жизнью и пойти в больницу, и, во-вторых, вы должны взять виновника за свой счет, поэтому друзьям, несмотря на его знаменитую распорядок дня, очень сложно, потому что он не получает еды во время отдыха в полиции.  Правительственные люди, которых мне стыдно, никто не интересуется решением проблем полиции.  Друзья, после этого я получил двух констеблей из администрации Ее Величества, вынул письмо у обвиняемого, получил письмо, записанное в общем дневнике, и приступил к его представлению в суде.  Уважаемые друзья, фотографирование виновных было сделано до того, как идти в суд, и после этого и я, и моя полицейская команда достигли Столичного суда с преступниками и представили обвиняемого митрополиту магистрату.  Столичный магистрат осмотрел письмо и приказал отправить Мулжимано на 15 дней в суд, и был выдан ордер JC на Мулжимо, который был передан сотруднику по исследованию разума.  Офицер по исследованию разума получил ордер и уехал из суда в Центральную тюрьму, Джайпур, нанял такси, и я, и моя команда полиции, и обвиняемые достигли Центральной тюрьмы и передали ордер на тюремное заключение начальнику тюрьмы, который будет осматривать тюремный суперинтендант  После отъезда оба преступника получили приказ начать расследование в тюрьме, после чего было проведено исследование разума.  Кари обоим обвиняемым было предложено сдать подделанные квитанции в тюрьму, натолкнуться на ситуацию, в полицейский участок срочно отправились в центральную тюрьму, отделение полиции ШО и вернулись в общий дневник.



 После этого, как только я вернулся, администрация HM попросила меня, сэр, идти на дежурство в течение 4 часов.  Впоследствии блокада была введена в действие и выполняла обязанности блокады до 9:00.  После 21:00 меня отправили на марш полицейского флага в городе, и я вернулся оттуда в 9:45, и, таким образом, процесс моего тяжелого долга закончился сегодня.

 Уважаемые друзья, добравшись до полицейского участка в 9:45, сменили полицейскую форму, переоделись в гражданскую одежду и ушли в дом. Начальник станции проинструктировал, что вы должны выполнять свои обязанности рано утром завтра, и вам это может понадобиться даже ночью,  так что вы можете отдохнуть сегодня вечером.  Сделай это в самом полицейском участке.  Друзья, скажите мне, что человек, который идет к нему домой на 8 часов, дежурный и сотрудник милиции в 7:00 утра.  Это дежурство с 9:45 вечера до ночи и даже после этого, если он не может поехать к своей семье, не вызывает ли это беспокойства?  Поэтому из-за стресса и излишних избиений в полиции сотрудники полиции не могут выполнять свои обязанности по обеспечению качества и не могут сохранять приличия в своем поведении.



 уважение

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