मेरी कठिन दैनिक दिनचर्या।
आदरणीय दोस्तों नमस्कार।
दोस्तों मैं पुलिस विभाग में कार्य करता हूं और मेरा दैनिक जीवन बहुत कठिन है इसके बारे में मैं अपने ब्लॉग में लिखता हूं यदि आपको मेरी कठिन दैनिक दिनचर्या के बारे में मेरे ब्लॉग में रुचि हो और यदि आप मेरे बारे में अधिक जानना चाहते हो तो कृपया मेरे ब्लॉग को नियमित रूप से पढ़ा करिए।
आदरणीय दोस्तों सर्वप्रथम मैं आपके समक्ष मेरे कठिन जीवन के बारे में निवेदन करना चाहूंगा कि एक पुलिस अधिकारी का जीवन कठिन क्यों होता है। आदरणीय दोस्तों वैसे तो पुलिस के जीवन कठिन होने के बारे में कई कारण हो सकते हैं लेकिन उन सब का समावेश इस ब्लॉग में किया जाना मुश्किल है। इसलिए अभी मैं तीन कारणों का उल्लेख करूंगा।
1. पुलिस का 20 परसेंट स्टाफ लिपिकीय कार्य के लिए कार्यालयों में नियोजित है जैसे डीसीपी कार्यालय सीपी कार्यालय सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस कार्यालय आईजी कार्यालय डीजी कार्यालय पुलिस हेडक्वार्टर कार्यालय आदि कार्यालयों में पुलिस अधिकारी लिपिक के सहायता हेतु कार्य करते हैं जो कि पुलिस अधिकारी का कार्य नहीं है क्योंकि पुलिस अधिकारी कानून व्यवस्था बनाए रखने और बेल्ट की नौकरी करने के लिए भर्ती हुआ है और उसकी वहीं उचित ड्यूटी है। आदरणीय दोस्तों पुलिस विभाग में 20 परसेंट पुलिस अधिकारी कार्यालय में नियोजित होने कारण स्टाफ की कमी होती है और जिसका परिणाम यह होता है कि पुलिस थानों या चौकियों या फिल्ड में पद स्थापित पुलिस अधिकारियों को अपनी ड्यूटी से अधिक समय तक काम करना होता है और वह इस वजह से स्वयं पर ध्यान नहीं दे पाते हैं आदरणीय दोस्तों यदि आप सोचिए अगर यह 20 परसेंट स्टॉप फील्ड में ड्यूटी करें तो अन्य पुलिस अधिकारियों को कितना आराम मिलेगा। जिससे प्रत्येक पुलिस अधिकारी अच्छे से और अच्छी गुणवत्ता से कार्य करेगा और अच्छे परिणाम देगा और अपने व्यवहार में भी इसका असर दिखेगा वह शालीन व्यवहार करेगा ।
2. आदरणीय दोस्तों 15 परसेंट पुलिस अधिकारी अन्य विभागों में जैसे आबकारी जेडीए नगर निगम आदि विभागों में प्रतिनियुक्ति पर चला जाता है जिससे स्टाफ की बहुत कमी महसूस होती है और बाकी बच्चे पुलिस अधिकारी के लिए काम की जिम्मेदारी बढ़ जाती है इस वजह से पुलिस अधिकारी मानसिक तनाव में रहता है और स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पाता है इस वजह से इसका जीवन बहुत कठिन है।
3. पुलिस अधिकारियों को किसी नए काम की पूरे स्टाफ को पूरी ट्रेनिंग दिए बिना ही कार्य को करने के लिए निर्देश दे दिए जाते हैं। आदरणीय दोस्तों जैसे आधुनिकरण के क्रम में ऑनलाइन अनुसंधान शुरू किया गया है। दोस्तों कुछ पुलिस अधिकारियों को नाम मात्र की औपचारिकता के लिए ट्रेनिंग देकर पुलिस अधिकारियों को अनुसंधान ऑनलाइन पूर्ण करने के आदेश दे दिए जाते हैं जबकि पुलिस थाने और चौकियों में पर्याप्त मात्रा में कंप्यूटर या मॉनिटर लैपटॉप नहीं होते हैं। लेकिन पुलिस अधिकारियों पर उच्च स्तर के पुलिस अधिकारी व सरकार और प्रशासन न्यायालय आदि का समय पर कार्य पूर्ण करने की जिम्मेदारी और दबाव रहता है जिससे पुलिस अधिकारी मानसिक तनाव में रहता है और उसका जीवन कठिन होता है।
आदरणीय दोस्तों आज सुबह मैं 4:00 a.m. पर जागकर सुबह की क्रियाओं से निवृत्त होकर 2 किलोमीटर की दौड़ पूरी करके आया और 30 मिनट तक विश्राम किया और इसके बाद प्राणायाम व्यायाम और योगा आदि का अभ्यास किया और 20 मिनट का विश्राम किया और इसके बाद न्यूट्रिशन लिए। इसके पश्चात में तैयार हुआ और नाश्ता किया और खाना पैकिंग करवा कर घर से ड्यूटी हैतू पुलिस थाने के लिए रवाना हुआ और 7:30 पर पुलिस थाने पर पहुंचा और एचएम प्रशासन से अपनी ड्यूटी का पता किया तो एचएम प्रशासन ने बताया कि श्रीमान आपकी ड्यूटी कोरोना जागरूकता रैली और पुलिस फ्लैग मार्च में ड्यूटी है इसके बाद मैंने मेरे हथियार और वायरलेस सेट और 5 कॉस्टेबल साथ लेकर अपनी ड्यूटी के लिए रवाना हो गया और जिन जिन जिन स्थानों पर जागरूकता रैली और पुलिस का फ्लैग मार्च था उन स्थानों पर ड्यूटी की। पुलिस फ्लैग मार्च में आमजन फूल मालाओं से स्वागत कर रहा था व तालियों से उत्साहवर्धन कर रहा था दोस्तों ऐसा वातावरण पहली बार विकसित हो रहा था जब आमजन पुलिस का स्वागत कर रहा हो और तहेदिल से उनका उत्साहवर्धन करने के लिए तालियां बजा रहा था।जो पुलिस के लिए भी और जनता के लिए भी गर्व की बात है क्योंकि पुलिस और जनता में बेहतर तालमेल रहेगा तो प्रत्येक कार्य बेहतरीन गुणवत्ता से होगा और उस देश का विकास भी बहुत तेज गति से होगा। आदरणीय दोस्तों इस प्रकार ड्यूटी करते हुए मुझे और मेरी टीम को 2:00 बज गए और पुलिस फ्लैग मार्च और जागरूकता रैली का समापन हो गया। इसके बाद कमिश्नर ऑफ पुलिस पूरे जयपुर शहर का दौरा कर रहे थे इस दौरान श्रीमान थाना अधिकारी महोदय ने मुझे कॉल कर का कि कमिश्नर साहब दौरे पर है और पर अपने थाने इलाके में भी आ सकते हैं और व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर सकते हैं तो आपको अलर्ट रहना है और सभी स्थानों पर लगी पुलिस टीमों को अपना कार्य बेहतरीन ढंग से करने के लिए निर्देश देना है। इस पर मैंने थानाधिकारी के निर्देशों की पालना करवाई और पुलिस थाना इलाके में सब प्रकार के व्यवस्थाओं के लिए संबंधित विभागों के व्यक्ति को अपना अपना कार्य ईमानदारी और सतर्कता से करने की हिदायत दी। इसके 2 घंटे बाद कमिश्नर साहब हमारे पुलिस थाने इलाके में आए और विभिन्न इलाकों का जायजा लिया जरूरतमंद लोगों से मिले और पुलिस संबंधी सहायता और अन्य किस प्रकार की सहायता के लिए आमजन को पूछा और कहा कि पुलिस आपकी सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर है। और मेरे से पुलिस थाना इलाके में कोरोना पॉजिटिव संदिग्ध व्यक्तियों और सुरक्षित रखे गए व्यक्तियों के डाटा के बारे में जानकारी ली और जनता की सेवा के लिए 24 घंटे तैयार रहेगीऔर हॉटस्पॉट इलाकों में लोक डाउन के नियमों का पालन 100% करवाने के लिए निर्देशित किया गया मैंने पुलिस कमिश्नर साहब के निर्देशों की पालना सुनिश्चित करवाई और हॉटस्पॉट इलाकों में लोक डाउन के नियमों की पूरी पालना की गई। इसके बाद मुझे पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा महावीर कॉलोनी में पति पत्नी में झगड़े की सूचना दी जिस पर में और मेरी पुलिस टीम महावीर कॉलोनी पहुंचे तो मकान नंबर चार नंबर सेक्टर j50 में एक विवाहित जोड़ा जो दोनों डॉक्टर और एसोसिएट प्रोफेसर थे जो आपस में एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे थे और एक दूसरे पर f.i.r. करवाने के लिए कह रहे थे ।आदरणीय दोस्तों मैंने दोनों को समझाया लेकिन पति पत्नी आपस में समझौता नहीं कर पाए और कहा कि हम तो थाने चलकर कार्रवाई करवाएंगे। आदरणीय दोस्तों बेहद अफसोस और दुख की बात है कि शिक्षित व्यक्ति जो दोनों नौकरी पेशा है वह भी अपने जीवन में सामंजस्य नहीं रख पा रहे हैं तो आम आदमी से आशा करना बेमानी होगी। आदरणीय दोस्तों दोनों पति पत्नी के नहीं समझने पर मैंने दोनों को पुलिस थाने लाकर दिन ड्यूटी अधिकारी को सुपुर्द कर दिया और पूरी स्थिति से अवगत करवा दिया और की गई कार्रवाई से पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचित कर दिया इस प्रकार दोस्तों मुझे 6:00 बज गए और मेरी ड्यूटी अभी तक चल रही है। शाम को 6:00 बजे मेरे को श्रीमान थाना अधिकारी ने कहा कि आप राह चलते जरूरतमंद लोगों और मजदूरों और गरीब व्यक्तियों को पास में बने आश्रय स्थलों पर छोड़ोगे और जिला कलेक्ट्रेट नियंत्रण कक्ष को सूचित करोगे और शाम को रात को 9:00 बजे तक आपको यह कार्य लगातार और अनवरत गति से करना है। इस पर में श्रीमान थाना अधिकारी के निर्देशों की पालना में जो भी गरीब जरूरतमंद व्यक्ति सड़क पर पैदल चलता हुआ पाया गया उसे भोजन व आराम करने के लिए पास के आश्रय स्थलों को पहुंचाया और जिला कलेक्ट्रेट नियंत्रण कक्ष को सूचित किया। तत्पश्चात हॉस्पिटल में मरीज के कुछ परिजन बिना माशक के हॉस्पिटल में प्रवेश कर गए और हॉस्पिटल स्टाफ के समझाने पर अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी और स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया इस पर मैंने सूचना मिलते ही तुरंत हॉस्पिटल पहुंचा और मरीज के परिजनों को नियंत्रण में किया और हॉस्पिटल स्टाफ द्वारा रिपोर्ट मिलने पर मरीज के परिजनों के खिलाफ लोक डाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर व हॉस्पिटल स्टाफ से दुर्व्यवहार करने पर नियमानुसार एफ आई आर दर्ज कर कार्रवाई की गई और हॉस्पिटल स्टाफ को आश्वासन दिया गया कि आप नियमित रूप से अपना कार्य कीजिए हॉस्पिटल के किसी भी काम में किसी भी व्यक्ति को बाधा नहीं पहुंचाने दी जाएगी। आदरणीय दोस्तों 9:40 तक मैं हॉस्पिटल में उपस्थित रहा और हॉस्पिटल में मरीजों के पास आवश्यकतानुसार ही एक ही व्यक्ति को रहने दिया और बाकी बचे व्यक्तियों को अपने-अपने घर भेज दिया । जिससे कि हॉस्पिटल में अव्यवस्था ना हो। इस प्रकार मुझे ड्यूटी करते हुए 9:45 हो गए और पुलिस थाने से दूसरी पुलिस टीम हॉस्पिटल आने पर मैं और मेरी पुलिस टीम फ्री हो गए और पुलिस थाने पर पहुंचे और अपने उपकरण थाने में जमा करवाएं और पुलिस की वर्दी खोलकर स्वयं को सैनिटाइजर किया सिविल कपड़े पहन कर 10:00 बजे पुलिस थाने से घर के लिए रवाना हो गया।
आदरणीय दोस्तों इस प्रकार पुलिस की लगभग 14 या 16 घंटे की ड्यूटी हो जाती है और इसमें किसी भी पुलिस अधिकारी का अपने घर से ड्यूटी स्थान पर आने जाने का समय नहीं होता है इसलिए पुलिस का जीवन बहुत कठिन है क्योंकि दोस्तों आप स्वयं सोचिए क्या ऐसी स्थिति में एक पुलिस अधिकारी क्या आपने सामाजिक दायित्व निभा पाएगा लेकिन इन कार्यों के नहीं करने के कारण ही तो पुलिस अधिकारी का जीवन बहुत कठिन है आदरणीय दोस्तों अब रात के 11:00 बज चुके हैं और मैं घर पहुंच चुका हूं और मैं घर पहुंच कर ना धो कर स्वयं को सैनिटाइजर कर घर के अंदर प्रवेश कर खाना खाया और ब्लॉग लिखा। आदरणीय दोस्तों इस प्रकार आज की मेरी दैनिक दिनचर्या का समापन हुआ।
आदरणीय दोस्तों शुभ रात्रि
english translate
My hard daily routine.
Hello friends.
Friends, I work in the police department and my daily life is very difficult. I write about it in my blog if you are interested in my blog about my tough daily routine and if you want to know more about me please Read my blog regularly.
Respected friends, first of all I would like to request you about my difficult life why the life of a police officer is difficult. Respected friends, though there may be many reasons about the life of the police being difficult, it is difficult to include them all in this blog. So, I will just mention three reasons.
1. 20% of the police staff are employed in offices for clerical work like DCP office CP office Superintendent of Police office IG office DG office Police headquarters office etc. In offices, police officers work for the assistance of clerk, which is not the work of police officer It is because the police officer is recruited to maintain law and order and belt job and he has the proper duty there. There is a shortage of staff due to being employed in the 20% police officer office in the Respected Friends Police Department and as a result of this, police officers who are posted in police stations or outposts or fields have to work longer than their duties and that Due to this, you are unable to pay attention to yourself, respected friends, if you think if you do duty in this 20% stop field, then how much comfort will be given to other police officers. By which every police officer will work well and with good quality and will give good results and will also see its effect in his behavior, he will behave courteously.
2. Respected Friends 15% Police Officer goes on deputation in other departments like Excise JDA Municipal Corporation etc. due to which there is a lot of shortage of staff and the responsibility of work increases for the rest of the child police officer, due to which the police officer Lives in mental stress and cannot find time for himself, due to which his life is very difficult.
3. Police officers are instructed to carry out any new work without giving full training to the entire staff. Online research has been started in the order of modernization like respected friends. Friends, by training some police officers for nominal formality, orders are given to the police officers to complete the research online while the police station and checkpoints do not have sufficient computer or monitor laptops. But the police officers have the responsibility and pressure to complete the work of high level police officers and government and administration courts etc. on time, due to which the police officer is under mental stress and his life becomes difficult.
Respected friends this morning i 4:00 A.M. But after waking up from the morning's activities, he completed a 2-kilometer run and rested for 30 minutes and then practiced pranayama exercises and yoga etc. and rested for 20 minutes and then took nutrition. After this, I got ready and had breakfast and after packing the food, left for duty Hatu police station from home and reached the police station at 7:30 pm and found out my duty from HM administration, HM administration told that Mr. Your duty Corona Awareness Rally and Police Flag March is on duty. After this I left for my duty with my weapon and wireless set and 5 constables and did duty in the places where there was awareness rally and police flag march. In March, the police flag was welcoming the common people with flower garlands and cheering the applause. Friends, the atmosphere was developing for the first time when the common man was welcoming the police and was cheering the cheers to encourage them wholeheartedly. It is a matter of pride for the police as well as for the public because if there is better coordination between the police and the public, then every work will be done with the best quality and the development of that country will also happen at a very fast pace. Respected friends, while doing duty in this way, me and my team got past 2:00 and the police flag march and awareness rally came to an end. After this, the Commissioner of Police was visiting the entire Jaipur city, during this time Mr. Officer of the Police Station called me to tell me that the Commissioner is on tour and can also come to his police station area and inspect the arrangements, then alert you Stay and instruct the police teams engaged at all places to do their work in the best way. On this, I complied with the instructions of the police officer and instructed the person of the concerned departments to do their work with honesty and vigilance for all the arrangements in the police station area. After 2 hours, the commissioner came to our police station area and took stock of various areas and met the needy people and asked the common man for police assistance and other kind of help and said that the police is ready for your service 24 hours. And took information from me about the data of Corona positive suspects and kept persons in police station area and will be ready 24 hours to serve the public and directed to ensure 100% compliance of Lok Down rules in hotspot areas I made sure to follow the instructions of the Police Commissioner and the rules of Lok Down were fully followed in the hotspot areas. After this, I was informed by the police control room about a quarrel between my husband and wife in Mahavir Colony, when I and my police team reached Mahavir Colony, there was a married couple in house number four, Sector j50, who were both doctors and associate professors who were amongst each other. Were accusing each other of assault and fir I told them to get it done. I explained to both my dear friends, but the husband and wife could not compromise among themselves and said that we will go to the police station and take action. Respected friends, it is a matter of great regret and sadness that even a educated person who has both jobs is unable to keep pace with his life, it would be meaningless to expect the common man. Respected friends, on understanding of both husband and wife, I brought both of them to the police station and handed over the day duty officer and made them aware of the whole situation and informed the police control room about the action taken, thus friends, I was at 6:00 And my duty is still going on. At 6:00 in the evening, Mr. Thana officer told me that you will leave needy people and laborers and poor persons on the way to the nearby shelters and inform the District Collectorate Control Room and in the evening by 9:00 pm You have to do this work continuously and continuously. At this, in the cradle of Mr. Thana officer's instructions, any poor needy person who was found walking on the road took him to the nearby shelter sites for food and rest and informed the District Collectorate Control Room. After that, some of the patient's family members entered the hospital without any help and on the persuasion of the hospital staff, the hospital was ransacked and misbehaved with the staff, on this I immediately reached the hospital and got the patient's family under control and On receiving reports by the hospital staff, action was taken against the patient's family for violating the rules of Lok Down and for misbehaving with the hospital staff by registering an FIR as per the rules and the hospital staff was assured that you do your work regularly. No person will be allowed to interfere in any work of the hospital. Respected friends, I was present in the hospital till 9:40 and allowed only one person to stay with the patients in the hospital as needed and sent the remaining people to their respective homes. So that there is no clutter in the hospital. Thus I got to duty at 9:45 and when the police station came to another police team hospital, I and my police team got free and reached the police station and got their equipment deposited in the police station and opened the police uniform and sanitized myself. Dressed in civil clothes, he left for the house from the police station at 10:00 am.
Respected friends, thus the police gets about 14 or 16 hours of duty and there is no time for any police officer to go from his home to the place of duty, so the life of the police is very difficult because friends, do you think yourself? Will a police officer in the situation be able to fulfill the social responsibility but due to not doing these tasks, the life of the police officer is very difficult. Respected friends it is now past 11:00 and I have reached home and I have reached home Neither washed nor sanitized himself, entered the house and ate and wrote a blog. Respected friends, thus ended my daily routine today.
Dear friends, good night.
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My hard daily routine.
Hello friends.
Friends, I work in the police department and my daily life is very difficult. I write about it in my blog if you are interested in my blog about my tough daily routine and if you want to know more about me please Read my blog regularly.
Respected friends, first of all I would like to request you about my difficult life why the life of a police officer is difficult. Respected friends, though there may be many reasons about the life of the police being difficult, it is difficult to include them all in this blog. So, I will just mention three reasons.
1. 20% of the police staff are employed in offices for clerical work like DCP office CP office Superintendent of Police office IG office DG office Police headquarters office etc. In offices, police officers work for the assistance of clerk, which is not the work of police officer It is because the police officer is recruited to maintain law and order and belt job and he has the proper duty there. There is a shortage of staff due to being employed in the 20% police officer office in the Respected Friends Police Department and as a result of this, police officers who are posted in police stations or outposts or fields have to work longer than their duties and that Due to this, you are unable to pay attention to yourself, respected friends, if you think if you do duty in this 20% stop field, then how much comfort will be given to other police officers. By which every police officer will work well and with good quality and will give good results and will also see its effect in his behavior, he will behave courteously.
2. Respected Friends 15% Police Officer goes on deputation in other departments like Excise JDA Municipal Corporation etc. due to which there is a lot of shortage of staff and the responsibility of work increases for the rest of the child police officer, due to which the police officer Lives in mental stress and cannot find time for himself, due to which his life is very difficult.
3. Police officers are instructed to carry out any new work without giving full training to the entire staff. Online research has been started in the order of modernization like respected friends. Friends, by training some police officers for nominal formality, orders are given to the police officers to complete the research online while the police station and checkpoints do not have sufficient computer or monitor laptops. But the police officers have the responsibility and pressure to complete the work of high level police officers and government and administration courts etc. on time, due to which the police officer is under mental stress and his life becomes difficult.
Respected friends this morning i 4:00 A.M. But after waking up from the morning's activities, he completed a 2-kilometer run and rested for 30 minutes and then practiced pranayama exercises and yoga etc. and rested for 20 minutes and then took nutrition. After this, I got ready and had breakfast and after packing the food, left for duty Hatu police station from home and reached the police station at 7:30 pm and found out my duty from HM administration, HM administration told that Mr. Your duty Corona Awareness Rally and Police Flag March is on duty. After this I left for my duty with my weapon and wireless set and 5 constables and did duty in the places where there was awareness rally and police flag march. In March, the police flag was welcoming the common people with flower garlands and cheering the applause. Friends, the atmosphere was developing for the first time when the common man was welcoming the police and was cheering the cheers to encourage them wholeheartedly. It is a matter of pride for the police as well as for the public because if there is better coordination between the police and the public, then every work will be done with the best quality and the development of that country will also happen at a very fast pace. Respected friends, while doing duty in this way, me and my team got past 2:00 and the police flag march and awareness rally came to an end. After this, the Commissioner of Police was visiting the entire Jaipur city, during this time Mr. Officer of the Police Station called me to tell me that the Commissioner is on tour and can also come to his police station area and inspect the arrangements, then alert you Stay and instruct the police teams engaged at all places to do their work in the best way. On this, I complied with the instructions of the police officer and instructed the person of the concerned departments to do their work with honesty and vigilance for all the arrangements in the police station area. After 2 hours, the commissioner came to our police station area and took stock of various areas and met the needy people and asked the common man for police assistance and other kind of help and said that the police is ready for your service 24 hours. And took information from me about the data of Corona positive suspects and kept persons in police station area and will be ready 24 hours to serve the public and directed to ensure 100% compliance of Lok Down rules in hotspot areas I made sure to follow the instructions of the Police Commissioner and the rules of Lok Down were fully followed in the hotspot areas. After this, I was informed by the police control room about a quarrel between my husband and wife in Mahavir Colony, when I and my police team reached Mahavir Colony, there was a married couple in house number four, Sector j50, who were both doctors and associate professors who were amongst each other. Were accusing each other of assault and fir I told them to get it done. I explained to both my dear friends, but the husband and wife could not compromise among themselves and said that we will go to the police station and take action. Respected friends, it is a matter of great regret and sadness that even a educated person who has both jobs is unable to keep pace with his life, it would be meaningless to expect the common man. Respected friends, on understanding of both husband and wife, I brought both of them to the police station and handed over the day duty officer and made them aware of the whole situation and informed the police control room about the action taken, thus friends, I was at 6:00 And my duty is still going on. At 6:00 in the evening, Mr. Thana officer told me that you will leave needy people and laborers and poor persons on the way to the nearby shelters and inform the District Collectorate Control Room and in the evening by 9:00 pm You have to do this work continuously and continuously. At this, in the cradle of Mr. Thana officer's instructions, any poor needy person who was found walking on the road took him to the nearby shelter sites for food and rest and informed the District Collectorate Control Room. After that, some of the patient's family members entered the hospital without any help and on the persuasion of the hospital staff, the hospital was ransacked and misbehaved with the staff, on this I immediately reached the hospital and got the patient's family under control and On receiving reports by the hospital staff, action was taken against the patient's family for violating the rules of Lok Down and for misbehaving with the hospital staff by registering an FIR as per the rules and the hospital staff was assured that you do your work regularly. No person will be allowed to interfere in any work of the hospital. Respected friends, I was present in the hospital till 9:40 and allowed only one person to stay with the patients in the hospital as needed and sent the remaining people to their respective homes. So that there is no clutter in the hospital. Thus I got to duty at 9:45 and when the police station came to another police team hospital, I and my police team got free and reached the police station and got their equipment deposited in the police station and opened the police uniform and sanitized myself. Dressed in civil clothes, he left for the house from the police station at 10:00 am.
Respected friends, thus the police gets about 14 or 16 hours of duty and there is no time for any police officer to go from his home to the place of duty, so the life of the police is very difficult because friends, do you think yourself? Will a police officer in the situation be able to fulfill the social responsibility but due to not doing these tasks, the life of the police officer is very difficult. Respected friends it is now past 11:00 and I have reached home and I have reached home Neither washed nor sanitized himself, entered the house and ate and wrote a blog. Respected friends, thus ended my daily routine today.
Dear friends, good night.
मेरी कठिन दैनिक दिनचर्या।
आदरणीय दोस्तों नमस्कार।
दोस्तों मैं पुलिस विभाग में कार्य करता हूं और मेरा दैनिक जीवन बहुत कठिन है इसके बारे में मैं अपने ब्लॉग में लिखता हूं यदि आपको मेरी कठिन दैनिक दिनचर्या के बारे में मेरे ब्लॉग में रुचि हो और यदि आप मेरे बारे में अधिक जानना चाहते हो तो कृपया मेरे ब्लॉग को नियमित रूप से पढ़ा करिए।
आदरणीय दोस्तों सर्वप्रथम मैं आपके समक्ष मेरे कठिन जीवन के बारे में निवेदन करना चाहूंगा कि एक पुलिस अधिकारी का जीवन कठिन क्यों होता है। आदरणीय दोस्तों वैसे तो पुलिस के जीवन कठिन होने के बारे में कई कारण हो सकते हैं लेकिन उन सब का समावेश इस ब्लॉग में किया जाना मुश्किल है। इसलिए अभी मैं तीन कारणों का उल्लेख करूंगा।
1. पुलिस का 20 परसेंट स्टाफ लिपिकीय कार्य के लिए कार्यालयों में नियोजित है जैसे डीसीपी कार्यालय सीपी कार्यालय सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस कार्यालय आईजी कार्यालय डीजी कार्यालय पुलिस हेडक्वार्टर कार्यालय आदि कार्यालयों में पुलिस अधिकारी लिपिक के सहायता हेतु कार्य करते हैं जो कि पुलिस अधिकारी का कार्य नहीं है क्योंकि पुलिस अधिकारी कानून व्यवस्था बनाए रखने और बेल्ट की नौकरी करने के लिए भर्ती हुआ है और उसकी वहीं उचित ड्यूटी है। आदरणीय दोस्तों पुलिस विभाग में 20 परसेंट पुलिस अधिकारी कार्यालय में नियोजित होने कारण स्टाफ की कमी होती है और जिसका परिणाम यह होता है कि पुलिस थानों या चौकिकरेगा ।
2. आदरणीय दोस्तों 15 परसेंट पुलिस अधिकारी अन्य विभागों में जैसे आबकारी जेडीए नगर निगम आदि विभागों में प्रतिनियुक्ति पर चला जाता है जिससे स्टाफ की बहुत कमी महसूस होती है और बाकी बच्चे पुलिस अधिकारी के लिए काम की जिम्मेदारी बढ़ जाती है इस वजह से पुलिस अधिकारी मानसिक तनाव में रहता है और स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पाता है इस वजह से इसका जीवन बहुत कठिन है।
3. पुलिस अधिकारियों को किसी नए काम की पूरे स्टाफ को पूरी ट्रेनिंग दिए बिना ही कार्य को करने के लिए निर्देश दे दिए जाते हैं। आदरणीय दोस्तों जैसे आधुनिकरण के क्रम में ऑनलाइन अनुसंधान शुरू किया गया है। दोस्तों कुछ पुलिस अधिकारियों को नाम मात्र की औपचारिकता के लिए ट्रेनिंग देकर पुलिस अधिकारियों को अनुसंधान ऑनलाइन पूर्ण करने के आदेश दे दिए जाते हैं जबकि पुलिस थाने और चौकियों में पर्याप्त मात्रा में कंप्यूटर या मॉनिटर लैपटॉप नहीं होते हैं। लेकिन पुलिस अधिकारियों पर उच्च स्तर के पुलिस अधिकारी व सरकार और प्रशासन न्यायालय आदि का समय पर कार्य पूर्ण करने की जिम्मेदारी और दबाव रहता है जिससे पुलिस अधिकारी मानसिक तनाव में रहता है और उसका जीवन कठिन होता है।
आदरणीय दोस्तों आज सुबह मैं 4:00 a.m. पर जागकर सुबह की क्रियाओं से निवृत्त होकर 2 किलोमीटर की दौड़ पूरी करके आया और 30 मिनट तक विश्राम किया और इसके बाद प्राणायाम व्यायाम और योगा आदि का अभ्यास किया और 20 मिनट का विश्राम किया और इसके बाद न्यूट्रिशन लिए। इसके पश्चात में तैयार हुआ और नाश्ता किया और खाना पैकिंग करवा कर घर से ड्यूटी हैतू पुलिस थाने के लिए रवाना हुआ और 7:30 पर पुलिस थाने पर पहुंचा और एचएम प्रशासन से अपनी ड्यूटी का पता किया तो एचएम प्रशासन ने बताया कि श्रीमान आपकी ड्यूटी कोरोना जागरूकता रैली और पुलिस फ्लैग मार्च में ड्यूटी है इसके बाद मैंने मेरे हथियार और वायरलेस सेट और 5 कॉस्टेबल साथ लेकर अपनी ड्यूटी के लिए रवाना हो गया और जिन जिन जिन स्थानों पर जागरूकता रैली और पुलिस का फ्लैग मार्च था उन स्थानों पर ड्यूटी की। पुलिस फ्लैग मार्च में आमजन फूल मालाओं से स्वागत कर रहा था व तालियों से उत्साहवर्धन कर रहा था दोस्तों ऐसा वातावरण पहली बार विकसित हो रहा था जब आमजन पुलिस का स्वागत कर रहा हो और तहेदिल से उनका उत्साहवर्धन करने के लिए तालियां बजा रहा था।जो पुलिस के लिए भी और जनता के लिए भी गर्व की बात है क्योंकि पुलिस और जनता में बेहतर तालमेल रहेगा तो प्रत्येक कार्य बेहतरीन गुणवत्ता से होगा और उस देश का विकास भी बहुत तेज गति से होगा। आदरणीय दोस्तों इस प्रकार ड्यूटी करते हुए मुझे और मेरी टीम को 2:00 बज गए और पुलिस फ्लैग मार्च और जागरूकता रैली का समापन हो गया। इसके बाद कमिश्नर ऑफ पुलिस पूरे जयपुर शहर का दौरा कर रहे थे इस दौरान श्रीमान थाना अधिकारी महोदय ने मुझे कॉल कर का कि कमिश्नर साहब दौरे पर है और पर अपने थाने इलाके में भी आ सकते हैं और व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर सकते हैं तो आपको अलर्ट रहना है और सभी स्थानों पर लगी पुलिस टीमों को अपना कार्य बेहतरीन ढंग से करने के लिए निर्देश देना है। इस पर मैंने थानाधिकारी के निर्देशों की पालना करवाई और पुलिस थाना इलाके में सब प्रकार के व्यवस्थाओं के लिए संबंधित विभागों के व्यक्ति को अपना अपना कार्य ईमानदारी और सतर्कता से करने की हिदायत दी। इसके 2 घंटे बाद कमिश्नर साहब हमारे पुलिस थाने इलाके में आए और विभिन्न इलाकों का जायजा लिया जरूरतमंद लोगों से मिले और पुलिस संबंधी सहायता और अन्य किस प्रकार की सहायता के लिए आमजन को पूछा और कहा कि पुलिस आपकी सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर है। और मेरे से पुलिस थाना इलाके में कोरोना पॉजिटिव संदिग्ध व्यक्तियों और सुरक्षित रखे गए व्यक्तियों के डाटा के बारे में जानकारी ली और जनता की सेवा के लिए 24 घंटे तैयार रहेगीऔर हॉटस्पॉट इलाकों में लोक डाउन के नियमों का पालन 100% करवाने के लिए निर्देशित किया गया मैंने पुलिस कमिश्नर साहब के निर्देशों की पालना सुनिश्चित करवाई और हॉटस्पॉट इलाकों में लोक डाउन के नियमों की पूरी पालना की गई। इसके बाद मुझे पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा महावीर कॉलोनी में पति पत्नी में झगड़े की सूचना दी जिस पर में और मेरी पुलिस टीम महावीर कॉलोनी पहुंचे तो मकान नंबर चार नंबर सेक्टर j50 में एक विवाहित जोड़ा जो दोनों डॉक्टर और एसोसिएट प्रोफेसर थे जो आपस में एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे थे और एक दूसरे पर f.i.r. करवाने के लिए कह रहे थे ।आदरणीय दोस्तों मैंने दोनों को समझाया लेकिन पति पत्नी आपस में समझौता नहीं कर पाए और कहा कि हम तो थाने चलकर कार्रवाई करवाएंगे। आदरणीय दोस्तों बेहद अफसोस और दुख की बात है कि शिक्षित व्यक्ति जो दोनों नौकरी पेशा है वह भी अपने जीवन में सामंजस्य नहीं रख पा रहे हैं तो आम आदमी से आशा करना बेमानी होगी। आदरणीय दोस्तों दोनों पति पत्नी के नहीं समझने पर मैंने दोनों को पुलिस थाने लाकर दिन ड्यूटी अधिकारी को सुपुर्द कर दिया और पूरी स्थिति से अवगत करवा दिया और की गई कार्रवाई से पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचित कर दिया इस प्रकार दोस्तों मुझे 6:00 बज गए और मेरी ड्यूटी अभी तक चल रही है। शाम को 6:00 बजे मेरे को श्रीमान थाना अधिकारी ने कहा कि आप राह चलते जरूरतमंद लोगों और मजदूरों और गरीब व्यक्तियों को पास में बने आश्रय स्थलों पर छोड़ोगे और जिला कलेक्ट्रेट नियंत्रण कक्ष को सूचित करोगे और शाम को रात को 9:00 बजे तक आपको यह कार्य लगातार और अनवरत गति से करना है। इस पर में श्रीमान थाना अधिकारी के निर्देशों की पालना में जो भी गरीब जरूरतमंद व्यक्ति सड़क पर पैदल चलता हुआ पाया गया उसे भोजन व आराम करने के लिए पास के आश्रय स्थलों को पहुंचाया और जिला कलेक्ट्रेट नियंत्रण कक्ष को सूचित किया। तत्पश्चात हॉस्पिटल में मरीज के कुछ परिजन बिना माशक के हॉस्पिटल में प्रवेश कर गए और हॉस्पिटल स्टाफ के समझाने पर अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी और स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया इस पर मैंने सूचना मिलते ही तुरंत हॉस्पिटल पहुंचा और मरीज के परिजनों को नियंत्रण में किया और हॉस्पिटल स्टाफ द्वारा रिपोर्ट मिलने पर मरीज के परिजनों के खिलाफ लोक डाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर व हॉस्पिटल स्टाफ से दुर्व्यवहार करने पर नियमानुसार एफ आई आर दर्ज कर कार्रवाई की गई और हॉस्पिटल स्टाफ को आश्वासन दिया गया कि आप नियमित रूप से अपना कार्य कीजिए हॉस्पिटल के किसी भी काम में किसी भी व्यक्ति को बाधा नहीं पहुंचाने दी जाएगी। आदरणीय दोस्तों 9:40 तक मैं हॉस्पिटल में उपस्थित रहा और हॉस्पिटल में मरीजों के पास आवश्यकतानुसार ही एक ही व्यक्ति को रहने दिया और बाकी बचे व्यक्तियों को अपने-अपने घर भेज दिया । जिससे कि हॉस्पिटल में अव्यवस्था ना हो। इस प्रकार मुझे ड्यूटी करते हुए 9:45 हो गए और पुलिस थाने से दूसरी पुलिस टीम हॉस्पिटल आने पर मैं और मेरी पुलिस टीम फ्री हो गए और पुलिस थाने पर पहुंचे और अपने उपकरण थाने में जमा करवाएं और पुलिस की वर्दी खोलकर स्वयं को सैनिटाइजर किया सिविल कपड़े पहन कर 10:00 बजे पुलिस थाने से घर के लिए रवाना हो गया।
आदरणीय दोस्तों इस प्रकार पुलिस की लगभग 14 या 16 घंटे की ड्यूटी हो जाती है और इसमें किसी भी पुलिस अधिकारी का अपने घर से ड्यूटी स्थान पर आने जाने का समय नहीं होता है इसलिए पुलिस का जीवन बहुत कठिन है क्योंकि दोस्तों आप स्वयं सोचिए क्या ऐसी स्थिति में एक पुलिस अधिकारी क्या आपने सामाजिक दायित्व निभा पाएगा लेकिन इन कार्यों के नहीं करने के कारण ही तो पुलिस अधिकारी का जीवन बहुत कठिन है आदरणीय दोस्तों अब रात के 11:00 बज चुके हैं और मैं घर पहुंच चुका हूं और मैं घर पहुंच कर ना धो कर स्वयं को सैनिटाइजर कर घर के अंदर प्रवेश कर खाना खाया और ब्लॉग लिखा। आदरणीय दोस्तों इस प्रकार आज की मेरी दैनिक दिनचर्या का समापन हुआ।
आदरणीय दोस्तों शुभ रात्रि।
english translate
My hard daily routine.
Hello friends.
Friends, I work in the police department and my daily life is very difficult. I write about it in my blog if you are interested in my blog about my tough daily routine and if you want to know more about me please Read my blog regularly.
Respected friends, first of all I would like to request you about my difficult life why the life of a police officer is difficult. Respected friends, though there may be many reasons about the life of the police being difficult, it is difficult to include them all in this blog. So, I will just mention three reasons.
1. 20% of the police staff are employed in offices for clerical work like DCP office CP office Superintendent of Police office IG office DG office Police headquarters office etc. In offices, police officers work for the assistance of clerk, which is not the work of police officer It is because the police officer is recruited to maintain law and order and belt job and he has the proper duty there. There is a shortage of staff due to being employed in the 20% police officer office in the Respected Friends Police Department and as a result of this, police officers who are posted in police stations or outposts or fields have to work longer than their duties and that Due to this, you are unable to pay attention to yourself, respected friends, if you think if you do duty in this 20% stop field, then how much comfort will be given to other police officers. By which every police officer will work well and with good quality and will give good results and will also see its effect in his behavior, he will behave courteously.
2. Respected Friends 15% Police Officer goes on deputation in other departments like Excise JDA Municipal Corporation etc. due to which there is a lot of shortage of staff and the responsibility of work increases for the rest of the child police officer, due to which the police officer Lives in mental stress and cannot find time for himself, due to which his life is very difficult.
3. Police officers are instructed to carry out any new work without giving full training to the entire staff. Online research has been started in the order of modernization like respected friends. Friends, by training some police officers for nominal formality, orders are given to the police officers to complete the research online while the police station and checkpoints do not have sufficient computer or monitor laptops. But the police officers have the responsibility and pressure to complete the work of high level police officers and government and administration courts etc. on time, due to which the police officer is under mental stress and his life becomes difficult.
Respected friends this morning i 4:00 A.M. But after waking up from the morning's activities, he completed a 2-kilometer run and rested for 30 minutes and then practiced pranayama exercises and yoga etc. and rested for 20 minutes and then took nutrition. After this, I got ready and had breakfast and after packing the food, left for duty Hatu police station from home and reached the police station at 7:30 pm and found out my duty from HM administration, HM administration told that Mr. Your duty Corona Awareness Rally and Police Flag March is on duty. After this I left for my duty with my weapon and wireless set and 5 constables and did duty in the places where there was awareness rally and police flag march. In March, the police flag was welcoming the common people with flower garlands and cheering the applause. Friends, the atmosphere was developing for the first time when the common man was welcoming the police and was cheering the cheers to encourage them wholeheartedly. It is a matter of pride for the police as well as for the public because if there is better coordination between the police and the public, then every work will be done with the best quality and the development of that country will also happen at a very fast pace. Respected friends, while doing duty in this way, me and my team got past 2:00 and the police flag march and awareness rally came to an end. After this, the Commissioner of Police was visiting the entire Jaipur city, during this time Mr. Officer of the Police Station called me to tell me that the Commissioner is on tour and can also come to his police station area and inspect the arrangements, then alert you Stay and instruct the police teams engaged at all places to do their work in the best way. On this, I complied with the instructions of the police officer and instructed the person of the concerned departments to do their work with honesty and vigilance for all the arrangements in the police station area. After 2 hours, the commissioner came to our police station area and took stock of various areas and met the needy people and asked the common man for police assistance and other kind of help and said that the police is ready for your service 24 hours. And took information from me about the data of Corona positive suspects and kept persons in police station area and will be ready 24 hours to serve the public and directed to ensure 100% compliance of Lok Down rules in hotspot areas I made sure to follow the instructions of the Police Commissioner and the rules of Lok Down were fully followed in the hotspot areas. After this, I was informed by the police control room about a quarrel between my husband and wife in Mahavir Colony, when I and my police team reached Mahavir Colony, there was a married couple in house number four, Sector j50, who were both doctors and associate professors who were amongst each other. Were accusing each other of assault and fir I told them to get it done. I explained to both my dear friends, but the husband and wife could not compromise among themselves and said that we will go to the police station and take action. Respected friends, it is a matter of great regret and sadness that even a educated person who has both jobs is unable to keep pace with his life, it would be meaningless to expect the common man. Respected friends, on understanding of both husband and wife, I brought both of them to the police station and handed over the day duty officer and made them aware of the whole situation and informed the police control room about the action taken, thus friends, I was at 6:00 And my duty is still going on. At 6:00 in the evening, Mr. Thana officer told me that you will leave needy people and laborers and poor persons on the way to the nearby shelters and inform the District Collectorate Control Room and in the evening by 9:00 pm You have to do this work continuously and continuously. At this, in the cradle of Mr. Thana officer's instructions, any poor needy person who was found walking on the road took him to the nearby shelter sites for food and rest and informed the District Collectorate Control Room. After that, some of the patient's family members entered the hospital without any help and on the persuasion of the hospital staff, the hospital was ransacked and misbehaved with the staff, on this I immediately reached the hospital and got the patient's family under control and On receiving reports by the hospital staff, action was taken against the patient's family for violating the rules of Lok Down and for misbehaving with the hospital staff by registering an FIR as per the rules and the hospital staff was assured that you do your work regularly. No person will be allowed to interfere in any work of the hospital. Respected friends, I was present in the hospital till 9:40 and allowed only one person to stay with the patients in the hospital as needed and sent the remaining people to their respective homes. So that there is no clutter in the hospital. Thus I got to duty at 9:45 and when the police station came to another police team hospital, I and my police team got free and reached the police station and got their equipment deposited in the police station and opened the police uniform and sanitized myself. Dressed in civil clothes, he left for the house from the police station at 10:00 am.
Respected friends, thus the police gets about 14 or 16 hours of duty and there is no time for any police officer to go from his home to the place of duty, so the life of the police is very difficult because friends, do you think yourself? Will a police officer in the situation be able to fulfill the social responsibility but due to not doing these tasks, the life of the police officer is very difficult. Respected friends it is now past 11:00 and I have reached home and I have reached home Neither washed nor sanitized himself, entered the house and ate and wrote a blog. Respected friends, thus ended my daily routine today.
Dear friends, good night.
dutch translate
Mijn harde dagelijkse routine.
Hallo vrienden.
Vrienden, ik werk bij de politie en mijn dagelijkse leven is erg moeilijk. Ik schrijf erover in mijn blog als je interesse hebt in mijn blog over mijn zware dagelijkse routine en als je meer wilt weten over mij Lees regelmatig mijn blog.
Geachte vrienden, allereerst wil ik u vragen over mijn moeilijke leven waarom het leven van een politieagent zo moeilijk is. Geachte vrienden, hoewel er veel redenen kunnen zijn waarom het leven van de politie moeilijk is, is het moeilijk om ze allemaal in deze blog op te nemen. Ik noem dus drie redenen.
1. 20% van het politiepersoneel is werkzaam in kantoren voor administratief werk zoals DCP-kantoor CP-kantoor Hoofdinspecteur van politiebureau IG-kantoor DG-kantoor Politiebureau hoofdkantoor enz. In kantoren werken politieagenten voor de assistentie van griffier, wat niet het werk is van politieagent Het is omdat de politieagent wordt aangeworven om de openbare orde te handhaven, en hij heeft daar de juiste taak. Er is een personeelstekort doordat ze in dienst zijn bij het politiebureau van 20% bij de politie van Respected Friends en als gevolg hiervan moeten politieagenten die op politiebureaus of in buitenposten of op velden worden gepost, langer werken dan hun taken en dat Hierdoor kunt u niet op uzelf letten, gerespecteerde vrienden, als u denkt dat als u dienst doet in dit stopveld van 20%, hoeveel troost u dan krijgt aan andere politieagenten. Waardoor elke politieman goed en met goede kwaliteit zal werken en goede resultaten zal geven en ook het effect zal zien in zijn gedrag, zal hij zich beleefd gedragen.
2. Gerespecteerde vrienden 15% Politieagent gaat op afvaardiging bij andere afdelingen zoals Excise JDA Municipal Corporation enz. Waardoor er veel personeelstekort is en de verantwoordelijkheid voor het werk toeneemt voor de rest van de kinderpolitieagent, waardoor de politieagent Leeft in mentale stress en kan geen tijd voor zichzelf vinden, waardoor zijn leven erg moeilijk is.
3. Politieagenten krijgen de opdracht om elk nieuw werk te doen zonder het volledige personeel een volledige opleiding te geven. Net als gerespecteerde vrienden is online onderzoek gestart in de volgorde van modernisering. Vrienden, door enkele politieagenten op te leiden voor nominale formaliteit, krijgen de politieagenten het bevel om het onderzoek online te voltooien, terwijl het politiebureau en de controleposten niet over voldoende computer- of monitorlaptops beschikken. Maar de politieagenten hebben de verantwoordelijkheid en de druk om het werk van de hoge politieagenten, de regering en de administratieve rechtbanken enz. Op tijd af te ronden, waardoor de politieagent onder mentale stress staat en zijn leven moeilijk wordt.
Gerespecteerde vrienden vanmorgen om 04:00 uur Maar nadat hij wakker was geworden van de ochtendactiviteiten, voltooide hij een run van 2 kilometer en rustte hij 30 minuten, oefende hij pranayama-oefeningen en yoga enz. En rustte hij 20 minuten en nam hij vervolgens voeding. Hierna maakte ik me klaar en ontbeten en na het inpakken van het eten, vertrok ik naar het politiebureau van Hatu van huis en bereikte het politiebureau om 19.30 uur en ontdekte mijn plicht van de HM-administratie, de HM-administratie vertelde dat Mr. Corona Awareness Rally en Police Flag March is in dienst Hierna vertrok ik voor mijn dienst met mijn wapen en draadloze set en 5 agenten en deed dienst op de plaatsen waar er een awareness rally was en een politievlag marcheerde. In maart verwelkomde de politievlag het gewone volk met bloemenslingers en juichte het applaus toe.Vrienden, de sfeer ontwikkelde zich voor het eerst toen de gewone man de politie verwelkomde en juichte om hen van harte aan te moedigen. Het is een kwestie van trots voor zowel de politie als het publiek, want als er een betere coördinatie is tussen de politie en het publiek, zal elk werk met de beste kwaliteit worden gedaan en zal de ontwikkeling van dat land ook in een zeer snel tempo plaatsvinden. Gerespecteerde vrienden, terwijl ik op deze manier mijn plicht deed, kwamen ik en mijn team voorbij 2:00 uur en eindigde de politievlagmars en de bewustmakingsrally eindigde. Hierna was de commissaris van politie een bezoek aan de hele stad Jaipur, gedurende deze tijd belde de heer Officier van het politiebureau mij om te vertellen dat de commissaris op tournee is en ook naar zijn politiebureau kan komen om de regelingen te inspecteren en u vervolgens te waarschuwen Blijf en geef de betrokken politieteams op alle plaatsen de opdracht om hun werk zo goed mogelijk te doen. Hierop volgde ik de instructies van de politieagent en instrueerde ik de persoon van de betrokken afdelingen om hun werk eerlijk en waakzaam te doen voor alle afspraken in het politiebureau. Na 2 uur kwam de commissaris naar ons politiebureaugebied en inventariseerde verschillende gebieden en ontmoette de behoeftige mensen en vroeg de gewone man om politiehulp en andere vormen van hulp en zei dat de politie 24 uur per dag voor u klaar stond. En nam informatie van mij over de gegevens van Corona-positieve verdachten en hield personen in het politiebureaugebied en zal 24 uur klaar staan om het publiek te dienen en zal worden geleid om 100% naleving van de Lok Down-regels in hotspotgebieden te garanderen Ik zorgde ervoor dat ik de instructies van de politiecommissaris volgde en dat de regels van Lok Down in de hotspotgebieden volledig werden opgevolgd. Hierna werd ik door de politiecontrolekamer geïnformeerd over een ruzie tussen mijn man en vrouw in de Mahavir-kolonie, toen ik en mijn politieteam de Mahavir-kolonie bereikten, was er een getrouwd stel in huis nummer vier, sector j50, die zowel arts als universitair hoofddocent waren. We beschuldigden elkaar van aanranding en sparren Ik zei dat ze het voor elkaar moesten krijgen en ik vertelde het aan mijn beide goede vrienden, maar de man en vrouw konden onderling geen compromis sluiten en zeiden dat we naar het politiebureau zouden gaan en actie zouden ondernemen. Gerespecteerde vrienden, het is een kwestie van grote spijt en verdriet dat beide opgeleide werknemers die niet in staat zijn hun leven bij te houden, dan zou het zinloos zijn om de gewone man te verwachten. Gerespecteerde vrienden, met begrip van zowel man als vrouw, bracht ik ze allebei naar het politiebureau en overhandigde de dagdienst en maakte hen op de hoogte van de hele situatie en informeerde de politiecontrolekamer over de ondernomen actie, dus vrienden, ik was om 6:00 uur En mijn plicht gaat nog steeds door. Om zes uur 's avonds vertelde de heer Thana-officier me dat u behoeftige mensen, arbeiders en armen zult achterlaten op weg naar de nabijgelegen schuilplaatsen en dat u de meldkamer van het districtscollector en' s avonds om 21.00 uur zult informeren Je moet dit werk continu en continu doen. Hierop, in de wieg van de instructies van de heer Thana-officier, bracht een arme behoeftige persoon die op straat werd gevonden hem naar de nabijgelegen opvanglocaties voor voedsel en rust en bracht hij de meldkamer van het districtscollector op de hoogte. Daarna kwamen enkele familieleden van de patiënt zonder hulp het ziekenhuis binnen en op aandringen van het ziekenhuispersoneel werd het ziekenhuis geplunderd en zich misdragen met het personeel, hierop bereikte ik onmiddellijk het ziekenhuis en kreeg ik de familie van de patiënt onder controle en Na ontvangst van rapporten van het ziekenhuispersoneel werd er actie ondernomen tegen de familie van de patiënt wegens overtreding van de regels van Lok Down en wegens misdragingen met het ziekenhuispersoneel door een FIR te registreren volgens de regels en het ziekenhuispersoneel was ervan verzekerd dat u regelmatig uw werk doet. Niemand mag zich mengen in enig werk van het ziekenhuis. Geachte vrienden, ik was aanwezig in het ziekenhuis tot 9.40 uur en stond slechts één persoon toe om bij de patiënten in het ziekenhuis te blijven indien nodig en stuurde de overgebleven mensen naar hun respectievelijke huizen. Zodat er geen aandoening is in het ziekenhuis. Dus kreeg ik dienst om 9.45 uur en toen het politiebureau naar een ander ziekenhuis van het politieteam kwam, kwamen ik en mijn politieteam vrij en bereikten het politiebureau en lieten hun uitrusting op het politiebureau deponeren en openden het politie-uniform en maakten mezelf schoon. Gekleed in burgerlijke kleding en om 10.00 uur naar het huis vertrokken vanaf het politiebureau.
Gerespecteerde vrienden, dus de politie krijgt ongeveer 14 of 16 uur dienst en er is geen tijd voor een politieagent om van zijn huis naar de dienst te gaan, dus het leven van de politie is erg moeilijk omdat vrienden, denk je dat je zelf Zal een politieagent in de situatie in staat zijn om de sociale verantwoordelijkheid te vervullen, maar door het niet uitvoeren van deze taken is het leven van de politieagent erg moeilijk. Gerespecteerde vrienden, het is nu na elf uur en ik heb thuis aangekomen en ik ben thuis aangekomen Hij waste zichzelf niet en maakte zichzelf niet schoon, ging het huis binnen en at en schreef een blog. Gerespecteerde vrienden, daarmee eindigde mijn dagelijkse routine vandaag.
Beste vrienden, goede nacht
french translate
Ma dure routine quotidienne.
Bonjour les amis.
Amis, je travaille dans le service de police et ma vie quotidienne est très difficile. J'écris à ce sujet dans mon blog si vous êtes intéressé par mon blog sur ma routine quotidienne difficile et si vous voulez en savoir plus sur moi s'il vous plaît Lisez régulièrement mon blog.
Mes amis respectés, je voudrais tout d'abord vous interroger sur ma vie difficile pourquoi la vie d'un policier est difficile. Des amis respectés, bien qu'il puisse y avoir de nombreuses raisons à la difficulté de la vie des policiers, il est difficile de tous les inclure dans ce blog. Donc, je vais juste mentionner trois raisons.
1. 20% du personnel de police sont employés dans des bureaux pour des travaux de bureau comme le bureau du DCP Bureau du CP Bureau du surintendant du bureau de police Bureau du DG Bureau du siège de la police, etc. Dans les bureaux, les policiers travaillent pour l'aide d'un commis, ce qui n'est pas le travail du policier. C'est parce que le policier est recruté pour maintenir la loi et l'ordre et faire le travail de ceinture et qu'il y a des devoirs appropriés. Il y a une pénurie de personnel en raison de l'emploi dans le bureau de 20% des officiers de police du département de police des amis respectés et, par conséquent, les officiers de police qui sont postés dans des postes de police ou des avant-postes ou des champs doivent travailler plus longtemps que leurs fonctions et que Pour cette raison, vous ne pouvez pas faire attention à vous-même, amis respectés, si vous pensez que si vous effectuez des tâches dans ce champ d'arrêt de 20%, alors combien de confort sera donné aux autres policiers. Par lequel chaque policier travaillera bien et avec une bonne qualité et donnera de bons résultats et verra également ses effets dans son comportement, il se comportera avec courtoisie.
2. Amis respectés 15% L'officier de police passe à la députation dans d'autres services tels que l'Accise JDA Municipal Corporation, etc. en raison de la pénurie de personnel et de la responsabilité du travail pour le reste de l'enfant, grâce à quoi l'officier de police Vit dans le stress mental et ne peut pas trouver de temps pour lui-même, ce qui rend sa vie très difficile.
3. Les officiers de police sont chargés d'effectuer tout nouveau travail sans affecter une formation complète à l'ensemble du personnel. La recherche en ligne a été lancée dans l'ordre de la modernisation comme des amis respectés. Des amis, en formant certains policiers à la formalité nominale, des ordres sont donnés aux policiers pour qu'ils terminent leurs recherches en ligne alors que le poste de police et les postes de contrôle ne disposent pas d'un ordinateur ou d'un ordinateur portable en nombre suffisant. Mais les policiers ont la responsabilité et la pression de terminer à temps le travail des policiers de haut niveau et des tribunaux gouvernementaux et administratifs, etc., ce qui fait que le policier est soumis à un stress mental et que sa vie devient difficile.
Des amis respectés ce matin à 16 h 00. Mais après s'être réveillé des activités de la matinée, il a effectué une course de 2 kilomètres et s'est reposé pendant 30 minutes, puis a pratiqué des exercices de pranayama et du yoga, etc. et s'est reposé pendant 20 minutes, puis a pris de la nutrition. Après cela, je me suis préparé et j'ai pris le petit déjeuner et après avoir emballé la nourriture, je suis parti pour le poste de police de Hatu de la maison et j'ai atteint le poste de police à 19h30 et j'ai découvert mon devoir de l'administration HM, l'administration HM a dit que M. Votre devoir Le rassemblement de sensibilisation de Corona et la marche du drapeau de la police sont en service. Après cela, je suis parti pour mon service avec mon arme et mon ensemble sans fil et 5 agents de police et j'ai fait mon travail dans les endroits où il y avait un rassemblement de sensibilisation et une marche du drapeau de la police. En mars, le drapeau de la police accueillait les gens du commun avec des guirlandes de fleurs et applaudissait les applaudissements. Amis, l'atmosphère se développait pour la première fois lorsque l'homme du peuple accueillait les policiers et acclamait les acclamations pour les encourager de tout cœur. C'est une fierté pour la police comme pour le public car s'il y a une meilleure coordination entre la police et le public, alors chaque travail sera fait avec la meilleure qualité et le développement de ce pays se fera également à un rythme très rapide. Mes amis respectés, tout en faisant ce travail, mon équipe et moi avons dépassé 2h00 et la marche du drapeau de la police et le rassemblement de sensibilisation ont pris fin. Après cela, le commissaire de police était en visite dans toute la ville de Jaipur, pendant cette période, M. l'officier du poste de police m'a appelé pour me dire que le commissaire était en tournée et pouvait également venir dans son quartier et inspecter les arrangements, puis vous alerter Restez et instruisez les équipes de police engagées à tous les endroits pour faire leur travail de la meilleure façon. Sur ce point, j'ai respecté les instructions du policier et demandé à la personne des services concernés de faire son travail avec honnêteté et vigilance pour toutes les dispositions prises dans la zone du poste de police. Après 2 heures, le commissaire est venu dans notre zone de commissariat de police et a fait le bilan de diverses zones et a rencontré les personnes dans le besoin et a demandé à l'homme du commun de l'aide de la police et d'autres types d'aide et a déclaré que la police est prête pour votre service 24 heures. Et a pris des informations de moi sur les données des suspects positifs de Corona et a gardé des personnes dans la zone du poste de police et sera prêt 24 heures pour servir le public et chargé d'assurer la conformité à 100% des règles de Lok Down dans les zones de hotspot Je me suis assuré de suivre les instructions du commissaire de police et les règles de Lok Down ont été pleinement respectées dans les zones de hotspot. Après cela, j'ai été informé par la salle de contrôle de la police d'une querelle entre mon mari et ma femme dans la colonie de Mahavir, lorsque moi et mon équipe de police avons atteint la colonie de Mahavir, il y avait un couple marié dans la maison numéro quatre, secteur j50, qui étaient à la fois médecins et professeurs associés qui étaient entre eux. S'accusaient mutuellement de coups et blessures Je leur ai dit de le faire. Honorables amis, je leur ai expliqué les deux, mais le mari et la femme ne pouvaient pas faire de compromis entre eux et ont dit que nous irions au poste de police et agirions. Amis respectés, il est très regrettable et triste que les deux personnes instruites qui sont employées ne puissent pas suivre leur vie, alors il serait insensé de s'attendre à l'homme ordinaire. Amis respectés, à la compréhension de mon mari et de ma femme, je les ai amenés tous les deux au poste de police et j'ai remis l'officier de garde de jour et je les ai informés de toute la situation et j'ai informé la salle de contrôle de la police des mesures prises, donc mes amis, j'étais à 6 heures. Et mon devoir continue. À 6 heures du soir, l'officier de M. Thana m'a dit que vous laisseriez les nécessiteux, les ouvriers et les pauvres sur le chemin des abris voisins et en informeriez la salle de contrôle du district et le soir à 21 heures. Vous devez faire ce travail de façon continue et continue. Sur ce, dans le berceau des instructions de l'officier de M. Thana, toute pauvre personne nécessiteuse qui a été trouvée marchant sur la route l'a emmené aux refuges à proximité pour se nourrir et se reposer et a informé la salle de contrôle du collectorat de district. Après cela, certains des membres de la famille du patient sont entrés à l'hôpital sans aucune aide et sur la persuasion du personnel de l'hôpital, l'hôpital a été saccagé et mal conduit avec le personnel, sur ce point, je suis immédiatement arrivé à l'hôpital et j'ai contrôlé la famille du patient et Sur réception des rapports du personnel de l'hôpital, des mesures ont été prises contre la famille du patient pour avoir enfreint les règles de Lok Down et pour mauvaise conduite avec le personnel de l'hôpital en enregistrant une FIR conformément au règlement et le personnel de l'hôpital a été assuré que vous effectuez votre travail régulièrement. Personne ne sera autorisé à s'immiscer dans les travaux de l'hôpital. Amis respectés, j'étais présent à l'hôpital jusqu'à 9 h 40 et je n'ai autorisé qu'une seule personne à rester avec les patients à l'hôpital au besoin et j'ai envoyé les personnes restantes chez elles. Pour qu'il n'y ait pas de fouillis à l'hôpital. Ainsi, je suis arrivé au travail à 9 h 45 et lorsque le poste de police est arrivé dans un autre hôpital de l'équipe de police, moi et mon équipe de police nous sommes libérés et avons atteint le poste de police et fait déposer leur équipement au poste de police et ouvert l'uniforme de la police et me désinfecté. Habillé en civil et parti pour la maison du poste de police à 10h00.
Des amis respectés, donc la police obtient environ 14 ou 16 heures de service et aucun officier de police n'a le temps de se rendre de son domicile au lieu de travail, donc la vie de la police est très difficile parce que des amis, vous pensez-vous? Un policier dans la situation pourra-t-il assumer la responsabilité sociale mais en raison de ne pas faire ces tâches, la vie du policier est très difficile. Mes amis respectés, il est maintenant passé 11h00 et je suis rentré chez moi et je suis rentré chez moi Il ne s'est ni lavé ni désinfecté, est entré dans la maison et a mangé et a écrit un blog. Amis respectés, a ainsi mis fin à ma routine quotidienne aujourd'hui.
Chers amis, bonne nuit.
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